Parv / Festival

शांतिकुंज में गायत्री जयंती-गंगा दशहरा के महापर्व से लाखों को मिली संजीवनी विद्या
भारत का जीवन दर्शन है गायत्री और गंगा ः डॉ पण्ड्या
गायत्री आत्मा की और गंगा काया की देवी ः शैलदीदी
हरिद्वार 16 जून।
अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि माँ गायत्री की साधना से भटके हुए राही को सही राह मिलती है। गायत्री की उपासना से साधक का आचरण पवित्र होता है। गायत्री और गंगा भारत का जीवन दर्शन है। हमारे लिए आदर्श है। गायत्री व गंगा के आशीष से मनुष्य में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण संभव है।
श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में आयोजित दो दिवसीय गंगा दशहरा-गायत्री जयंती महापर्व के मुख्य कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर महापर्व मनाने आये देश-विदेश के हजारों गायत्री परिवार के साधकों को जीवन सुधारने के लिए संजीवनी विद्या मिली। वह...

अखण्ड जप के साथ दो दिवसीय गंगा दशहरा-गायत्री जयंती महापर्व का शुभारंभ
ऊँचा उठे, फिर न गिरे ऐसा हो इंसान का कर्म ः डॉ चिन्मय पण्ड्या
हरिद्वार 15 जून।
गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में दो दिवसीय गंगा दशहरा व गायत्री जयंती महापर्व का शुभारंभ अखण्ड जप से हुआ। गायत्री मंदिर में राष्ट्र की उत्तरोत्तर प्रगति तथा सनातन संस्कृति के विस्तार हेतु प्रातः साढ़े चार बजे से अखण्ड जप का शुभारंभ हुआ। अखण्ड जप चौबीस घंटे तक चलेगा, जिसमें कई हजार गायत्री साधक भाग ले रहे हैं।
मुख्य सभागार में विशेष पर्व संदेश के क्रम में युवा आइकान डॉ चिन्मय पण्ड्या ने देश-विदेश से आये साधकों, श्रद्धालुओं को संबोधित किया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि इंसान का कर्म ऐसा हो, जिससे वह ऊँचे से ऊँचा उठता हुआ चले, लेकिन वह नीचे न गिरे। गायत्री महामंत्र का मनोयोगपूर्वक न...