गंगा सप्तमी के दिन पतित पावनी माँ गंगा के घाटों पर स्वच्छता अभियान

गंगा सप्तमी के दिन पतित पावनी माँ गंगा के घाटों पर स्वच्छता अभियान
अखिल विश्व गायत्री परिवार के मुख्यालय शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा निर्मल गंगा जल अभियान के अंतर्गत दिनांक 14 मई 2024 को गंगा सप्तमी के दिन पतित पावनी माँ गंगा के घाटों पर स्वच्छता अभियान चलाया गया। हरिद्वार में सप्त सरोवर क्षेत्र के घाट नम्बर 1 से 18 तक गंगा घाट के साथ-साथ सड़क के दोनों ओर स्वच्छता श्रमदान किया गया। इस स्वच्छता श्रमदान अभियान मे गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में प्रशिक्षण ले रहे युगशिल्पी सत्र, नौ दिवसीय सत्र, परिव्राजक सत्र एवं त्रैमासिक संगीत सत्र के सैंकड़ों भाई बहिनों ने हिस्सा लिया। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज, ब्रह्मवर्चस शोध संस्थान एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के सैकड़ो कार्यकर्ता भाई बहिनों ने भी सप्तऋषि क्षेत्र में लगभग दो किलोमीटर की लंबाई मे गंगा घाटों की सफाई हेतु महाश्रमदान किया। शांतिकुंज के वरिष्ठ परिजनों द्वारा माँ गंगा की पूजा अर्चना करने के उपरांत स्वच्छता अभियान की शुरुआत हुई । इस अभियान मे जुटे कार्यकर्ताओं ने घाटों एवं उसके आसपास के क्षेत्र से कई ट्रैक्टर ट्रॉली कचरा निकाला।
Recent Post
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 5)— जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय
जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय:—
भगवान की अनुकंपा ही कह सकते हैं, जो अनायास ही हमारे ऊपर पंद्रह वर्ष की उम्र में बरसी और वैसा ही सुयोग बनता...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 4)— "जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय"
जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय:—
हमारे जीवन का पचहत्तरवाँ वर्ष पूरा हो चुका। इस लंबी अवधि में मात्र एक काम करने का मन हुआ और उसी को करने में जुट...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग- 3) — "इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता"
इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता:—
प्रत्य...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 2)— "इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता"
इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता:Read More
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 1) — "इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता"
इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता :—
जिन्हें भले या बुरे क्षेत्रों में विशिष्ट व्यक्ति समझा जाता है, उनकी...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 1)
इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता
जिन्हें भले या बुरे क्षेत्रों में विशिष्ट व्यक्ति समझा जाता है, उनकी जीवनचर्या के साथ जुड़े हुए घटनाक्रमों को भी जानने की इच्छा हो...

गहना कर्मणोगति: (अन्तिम भाग)
दुःख का कारण पाप ही नहीं है
दूसरे लोग अनीति और अत्याचार करके किसी निर्दोष व्यक्ति को सता सकते हैं। शोषण, उत्पीड़ित...

युवा प्रकोष्ठ कौशाम्बी के माध्यम से विद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में युवा प्रकोष्ठ कौशाम्बी की टीम ने कौशाम्बी जनपद के एन डी कॉन्वेंट स्कूल एंड स्वर्गीय श्री समाधि महाराज बाबा सूरजपाल दास इंटर कॉलेज, नसीर...

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष्ट प्रतिभागियों के सम्मान के साथ गायत्री चेतना केंद्र का हुआ शुभारंभ
कौशाम्बी जनपद के भरवारी नगर में नव निर्मित गायत्री चेतना केंद्र भरवारी में सोमवार को भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। जनपद के अनेक विद्यालयों के बच्चों न...
