आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी का विजयवाड़ा में भावपूर्ण स्वागत, युगऋषि के संदेश के प्रसार हेतु दो दिवसीय प्रवास आरंभ
हे प्रभो, जीवन हमारा यज्ञमय कर दीजिए– युगऋषि परम पूज्य गुरुदेव के संदेश को लेकर, आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी, प्रतिकुलपति, देव संस्कृति विश्वविद्यालय तथा प्रतिनिधि, अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज, हरिद्वार का 31 अक्टूबर 2025 को आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा एयरपोर्ट पर आगमन हुआ।
विजयवाड़ा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर परिजनों ने उनका भावपूर्ण स्वागत किया तथा उन्होंने परिजनों से स्नेहपूर्ण भेंट व वार्ता की।साथ ही परिजनों के घर जाकर जनसंपर्क किया, देव स्थापना चित्र प्रदान किए, माँ गायत्री, परम पूज्य गुरुदेव एवं परम वंदनीय माताजी से मंगल की कामना की, तथा जन्मशताब्दी कार्यक्रम में आने हेतु निमंत्रण दिया।
अपने दो दिवसीय प्रवास के अंतर्गत वे आंध्रप्रदेश–तेलंगाना के विभिन्न तीर्थस्थानों — भीमावरम, नाराकोडरू, पाण्डुगुला, हैदराबाद — में यज्ञ की दिव्य भावना, प्रेरणा एवं युगऋषि के दिव्य विचारों का प्रसार करेंगे।
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