देवोत्थान एकादशी पर शांतिकुंज में 'तुलसी विवाह शोभा यात्रा' का भव्य आयोजन: नारी शक्ति ने किया सफल संचालन
हरिद्वार, 1 नवंबर 2025
मानव में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग के अवतरण के अपने युगनिर्माण योजना अभियान के संकल्प को मूर्त रूप देते हुए, अखिल विश्व गायत्री परिवार ने आज देवोत्थान एकादशी के पावन अवसर पर अपने अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय नवयुग की गंगोत्री शांतिकुंज में एक भव्य 'देवोत्थान एकादशी तुलसी विवाह शोभा यात्रा' का आयोजन किया।
गायत्री परिवार प्रमुख द्वय श्रद्धेय डॉ. साहब एवं श्रद्धेया जीजी सतत् मार्गदर्शन तथा परम पूज्य गुरुदेव परम वंदनीया माता जी सूक्ष्म संरक्षण में यह आयोजन श्रद्धा और संकल्प का संगम बन गया।
यात्रा का आरंभ शांतिकुंज के चैतन्य तीर्थ क्षेत्र – सजल श्रद्धा-प्रखर प्रज्ञा (समाधि स्थल) से हुआ। शांतिकुंज महिला मंडल की अध्यक्षा आदरणीया श्रीमती शेफाली पांड्या दीदी के द्वारा सर्वप्रथम तुलसी माता का पारंपरिक एवं विधिवत पूजन किया गया।
पूजन के उपरांत, शांतिकुंज के व्यवस्थापक आदरणीय श्री योगेंद्र गिरी जी ने यात्रा को हरी झंडी दिखाकर विधिवत रवाना किया।
यात्रा का पथ प्रदर्शन गायत्री विद्यापीठ के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने किया, जिन्होंने अपनी मनमोहक बैंड धुन से पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। बैंड के ठीक पीछे शांतिकुंज महिला मंडल की बहनों ने शंखनाद करते हुए यात्रा का नेतृत्व किया, जिससे समस्त क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। अनेक बहनें तुलसी माता के विग्रह स्वरूप तुलसी पौधों को श्रद्धापूर्वक अपने सिर पर धारण किए हुए चल रही थीं और लगातार युगनिर्माणि जयघोष कर रही थीं, जिसने यात्रा को विशेष भव्यता प्रदान की। बहनों के पीछे-पीछे युगनिर्माणि भाइयों ने भी बड़ी संख्या में इस पावन यात्रा में अपनी उत्साहपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित की। यह शोभा यात्रा अत्यंत भव्य और अनुशासित थी।
इस पूरी देवोत्थान एकादशी तुलसी विवाह शोभा यात्रा का सफल संचालन शांतिकुंज महिला मंडल द्वारा किया गया। यह सफल आयोजन इस बात का सशक्त प्रमाण है कि परम वंदनीया माता जी के नारी जागरण अभियान के अंतर्गत प्रशिक्षित नारी शक्ति, न केवल भारतीय समाज का, बल्कि भविष्य में विश्व समाज का भी संचालन करने में पूरी तरह समर्थ और सक्षम है। यह शोभायात्रा एक धार्मिक उत्सव होने के साथ-साथ आध्यात्मिक संकल्प और सशक्त नारी नेतृत्व का प्रतीक बन गई।
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