बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए समर्पित सेवाएँ
वार्षिकोत्सव - बाल संस्कार शाला की एक वर्ष की उपलब्धियाँ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश
गायत्री प्रज्ञा मण्डल प्रीतिनगर लखनऊ द्वारा 8 से 11 फरवरी की तिथियों में प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम श्री इंद्रेश कुमार मिश्र और श्रीमती निष्ठा रस्तोगी द्वारा प्रीती नगर में संचालित बाल संस्कार शाला का वार्षिकोत्सव भी था। उल्लेखनीय है कि एक वर्ष पूर्व यज्ञ व कथा का ऐसा ही कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उसमें बाल संस्कार शाला आरंभ करने के संकल्प उभरे, क्रियान्वित हुए और पिछले एक वर्ष से यह बाल संस्कारशाला पूरी तन्मयता से बच्चों के व्यक्तित्व विकास में संलग्न है।
श्रीमती निष्ठा रस्तोगी ने बताया कि उनकी बाल संस्कार शाला में 30 बच्चे नियमित रूप से भाग ले रहे हैं। साप्ताहिक नैतिक शिक्षा एवं अन्य गतिविधियों के अलावा इन बच्चों को नृत्य, गायन, भाषण, मंत्रलेखन, वादन, चित्रकला, पुस्तक कला, योग, कविता आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है, पर्व त्यौहारों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से उनका प्रदर्शन भी किया जाता है। इस कार्यक्रम में बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन
कर सभी को प्रभावित किया।
योग्यता के अनुरूप सभी बच्चों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री ज्ञान श्रीवास्तव और शक्तिपीठ दुगांवा की बहिनों की टोली ने किया।
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