देव संस्कृति विश्वविद्यालय में दो मासीय प्रशिक्षण शिविर
पूर्वोत्तर राज्यों में युगचेतना के विस्तार के लिए गढ़े जा रहे हैं परिव्राजक
देव संस्कृति विश्वविद्यालय में पहली बार पूर्वोत्तर राज्यों के लिए विशिष्ट परिव्राजक प्रशिक्षण शिविर आगामी 11 जून 2024 से 10 अगस्त 2024 तक के लिए प्रवेश प्रारम्भ किया जा रहा है। इस शिविर के माध्यम से ऐसे परिव्राजक तैयार किए जाने की योजना है जो असम, अरूYणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम आदि पूर्वोत्तर राज्यों में अपनी सेवा प्रदान करने में निष्णात हो सकेंगे।
शिविर के दौरान विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय परिसर में रहना अनिवार्य होगा। सफलतापूर्वक शिविर पूरा कर परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले परिव्राजकों को देव संस्कृति विश्वविद्यालय से प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा। इस शिविर में भाग लेने के लिए अर्हताएँ इस प्रकार हैं :
1. उम्र 18 से 40 वर्ष 2. न्यूनतम 10वीं पास होना अनिवार्य है।
3. शारीरिक व मानसिक रूप से पूर्ण रूप से स्वस्थ।
4. शिविर के पश्चात् कम से कम दो वर्ष का समयदान पूर्वोत्तर राज्यों में अनिवार्य होगा। इस दौरान भोजन, आवास एवं मानदेय दिया जाएगा।
समाज, संस्कृति और राष्ट्र की सेवा के लिए साहसी कदम बढ़ायें, गुरूसत्ता के अनन्त अनुदान पाकर जीवन सफल बनायें।
शिविर में भागीदारी के लिए संपर्क कर पूर्व स्वीकृति प्राप्त कर लीजिए।
संपर्क सूत्र - पूर्वोत्तर जोन, शान्तिकुञ्ज, हरिद्वार
श्री एम.के. शर्मा, मोबाइल नंबर- 9258369614
Email id: northeast@awgp.org
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