विश्व पुस्तक मेले में गायत्री परिवार की भागीदारी
दिल्ली। एनसीआर
इस वर्ष नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 10 से 18 फरवरी की तिथियों में विश्व पुस्तक मेले का आयोजन हुआ। हर बार की तरह इस बार भी अखिल विश्व गायत्री परिवार ने इस मेले में एक विशाल साहित्य प्रदर्शनी लगाकर परम पूज्य गुरूदेव के क्रान्तिकारी विचारों को जन-जन तक पहुँचाने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की। साहित्य प्रेमियों के साथ-साथ अनेक शोधार्थी विद्यार्थी, प्रोफेसर, संत, मीडियाकर्मी एवं गणमान्य
शान्तिकुञ्ज के पटल पर आए। सभी पूज्य गुरूदेव के विचारों से पूर्व परिचित थे। उन्होंने इन विचारों की सराहना की और अपने अनुभव भी बताए, बड़ी मात्रा में अपनी रूचि का साहित्य खरीदा।
लोगों ने बच्चों के लिए नैतिक शिक्षा संबंधी पुस्तकों और महापुरूषों की जीवनियों को अद्वितीय और दुर्लभ बताया। ‘मैं क्या हूँ?’, ‘सफल जीवन की दिशाधारा’ जैसी आत्मि
जज्ञासा परक पुस्तकों के साथ स्वास्थ्य संबंधी साहित्य और आर्ष साहित्य की विशेष माँग रही।
पुस्तक मेले के सफल आयोजन में गायत्री चेतना केन्द्र नोएडा, राजधानी क्षेत्र के सभी शक्तिपीठों-शाहदरा, हिण्डन तट, गुरूYग्राम, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद एवं सभी मण्डलों का सहयोग रहा।
प्रमुख विशेषताएँ
* समाज के प्रबुद्ध वर्ग तक पूज्य गुरूYदेव के विचार पहुँचे।
* पाँच लाख रूपये का साहित्य बिका।
* श्री सुनील कुमार जी (कैबिनेट सेक्रेटरी भारत सरकार), स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज, डॉ. सत्यनारायण दास (जीवा संस्थान के निदेशक), डॉ. नरेश शर्मा (कैलाश स्वास्थ्य ग्राम एवं कामधेनु ट्रस्ट के संस्थापक) का आगमन हुआ। सभी गणमान्यों का भावभरा स्वागत किया गया।
* पत्रकार, मीडियाकर्मी और यूट्यूबर्स ने पूज्य गुरूदेव के साहित्य की जानकारी ली और उसके प्रचार-प्रसार में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
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