देव संस्कृति विवि की छात्राओं द्वारा जनजागरण
स्कूल और मंदिरों में सिखाये जीवन प्रबंधन के सूत्र
राजनांदगाँव। छत्तीसगढ़
देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार की छात्राएँ श्वेता चौधरी, अंशिका गौत्रा एवं नैन्सी गुप्ता अपनी एक मासीय इंटर्नशिप पर राजनांदगाँव पहुँचीं। उन्होंने जिले में शिक्षा और संस्कारों के लिए विख्यात गायत्री विद्यापीठ राजनांदगाँव एवं जिले के विभिन्न स्कूलों, प्रतिष्ठित मंदिरों एवं घरों में जाकर दीप यज्ञ, हवन एवं धार्मिक कार्यक्रम संपन्न कराए। उनके द्वारा किए गए 15 से 85 वर्ष की आयु वाले लोगों ने सूर्य नमस्कार किया माइंड रिलैक्स रहता है एवं तनाव भी कम होता है।
यह कार्यक्रम छत्तीगसढ़ की जोन समन्वयक श्रीमती आदर्श वर्मा एवं रायपुर के जिला समन्वयक श्री लच्छूराम निषाद के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। देव संस्कृति विश्व विश्वविद्यालय के छात्र पुष्प राज त्रिपाठी, माधव तनेजा एवं अखिल प्रताप सिंह सहित कई अन्य नियमित योगाभ्यासियों ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए प्रतिभागियों में नित्य योगाभ्यास का उत्साह जगाया।
अर्घ्य, गायत्री मंत्र जप और ध्यान का महत्त्व बताया। सभी ने गायत्री स्तवन एवं 24 बार गायत्री महामंत्र के उच्चारण के साथ भगवान भास्कर से आशीर्वाद की प्रार्थना की। सूर्य नमस्कार और प्रज्ञायोग का सामूहिक अभ्यास किया गया।
सभी प्रतिभागियों में तुलसी के पौधे वितरित किए गए। तिल-गुड़ का प्रसाद और युगसाहित्य के वितरण के साथ सभी को मीठा बोलने तथा अच्छे कार्यों से जीवन को उत्कृष्ट बनाने की प्रेरणाएँ दी गई।
समाज के नैतिक, बौद्धिक एवं सांस्कृतिक पुनरूत्थान के प्रयासों से हजारों विद्यार्थी तथा नगरवासी लाभान्वित हुए हैं। इन छात्राओं ने कई स्कूलों में जीवन प्रबंधन, कैरियर निर्माण, तनाव प्रबंधन, योग, ध्यान, प्राणायाम आदि विषयों पर अपने समृद्ध ज्ञान से विद्यार्थियों को लाभान्वित किया। व्याख्याता श्रीमती उषा झा ने बताया कि कार्यक्रमों के निर्धारण और परिवीक्षाधीन छात्राओं के नियोजन में गायत्री शिक्षण समिति के प्रमुख गणमान्यों और गायत्री विद्यापीठ के प्राचार्य की प्रशंसनीय भूमिका रही।
रायपुर। छत्तीसगढ़
देव संस्कृति विश्व विश्वविद्यालय के छात्र पुष्प राज त्रिपाठी,
माधव तनेजा एवं अखिल प्रताप सिंह अपनी एक मासीय
परिवीक्षा के लिए रायपुर पहुँचे थे। उनके सान्निध्य में छ:
दिवसीय युवा चेतना शिविर सहित कई कार्यक्रम सम्पन्न हुए।