150 गाँवों की सघन प्रव्रज्या की
108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में मिलीं शानदार उपलब्धिया
चारमाठा, मुंगेली। छत्तीसगढ़
18 दिनों में लगभग 150 गाँवों की सघन प्रव्रज्या के उपरांत प्रज्ञापीठ चारमाठा द्वारा आयोजित 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ शानदार सफलता के साथ सम्पन्न हुआ। 8 से 11 फरवरी 2024 की तिथियों में सम्पन्न इस कार्यक्रम में 6 जोड़ों के आदर्श विवाह सहित सैकड़ों संस्कार सम्पन्न हुए। 86 भाई-बहिनों के दीक्षा-यज्ञोपवीत संस्कार हुए। यज्ञ की देवदक्षिणा के रूप में हजारों लोगों ने तरह-तरह के नशे को छोड़कर जीवन को बेहतर बनाने का संकल्प लिया। कन्या-किशोर कौशल सम्मेलन में 600 बहिनों तथा 40 आचार्यों ने भाग लिया।
कार्यक्रम सम्पन्न कराने शान्तिकुञ्ज से श्री प्रभाकान्त तिवारी, श्री आर.सी. गायकवाड़, श्री मायाचंद भारद्वाज की टोली पहुँची थी। जिला समन्वयक श्री गायत्री प्रसाद साहू ने बताया कि यज्ञ स्थल पर चित्र प्रदर्शनी, गुरूस्मारक प्रखर ‘प्रज्ञा-सजल श्रद्धा’ तथा साहित्य प्रदर्शनी सभी के आकर्षण का केन्द्र रहीं।