गुजरात तथा एनसीआर में प्रारंभ हो रही हैं ज्योति कलश रथ यात्राए
संकल्प के साथ आगे बढ़ने का समय - डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी
यह समय नये संकल्प के साथ आगे बढ़ने का समय है। देश के प्रत्येक
व्यक्ति, परिवार और समाज में जन जागरण का अवसर है। नये युग के
आगमन का समय है। ऐसे दिव्य समय में संगठित होकर सकारात्मक
सोच एवं संकल्प के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
भावी सक्रियता के लिए मार्गदर्शक यह विचार अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा आइकॉन आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी के हैं, जो उन्होंने दिनांक 22 मार्च को युगतीर्थ शान्तिकुञ्ज में आयोजित विशेष कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए।
यह कार्यशाला गुजरात और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आरंभ हो रही ‘ज्योति कलश रथ यात्रा’ के संदर्भ में आयोजित की गई थी। आदरणीय डॉ. चिन्मय जी ने ज्योति कलश रथ यात्रा की परिकल्पना, उद्देश्य, एवं योजनाओं पर विस्तृत जानकारी दी।
आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने कहा कि यह समय विकट है, सभी श्रद्धावानों, कर्मशीलों को भारतीय संस्कृति-सनातन संस्कृति के उत्थान के लिए पुकार रहा है। उन्होंने युवा पीढ़ी को दुर्व्यसन सहित तमाम अवगुणों से से बचाने का आह्वान किया।
कार्यशाला में जोन समन्वयक डॉ. ओ.पी. शर्मा, प्रो. प्रमोद भटनागर, श्री श्याम बिहारी दुबे, प्रो. विश्वप्रकाश त्रिपाठी, श्री योगेन्द्र गिरि, श्री उदय किशोर मिश्र, डॉ. विरल पटेल, श्री बालरूप शर्मा आदि ने भी विविध विषयों पर मार्गदर्शक सुझाव और प्रेरणाएँ दीं। कार्यशाला में गुजरात व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से आये सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।