खेल प्रतिभा परिष्कार महोत्सव-2024
गायत्रीतीर्थ शान्तिकुञ्ज में होली की हर्षोल्लास भरी वेला में दो दिवसीय खेल
प्रतिभा परिष्कार महोत्सव-2024 का आयोजन हुआ। कबड्डी, वॉलीबॉल,
क्रिकेट तथा अनेक इंडोर स्पर्धाएँ आयोजित हुइर्ं। इन खेलों में पूरा शान्तिकुञ्ज परिवार शामिल रहा।
महोत्सव का शुभारंभ देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी एवं श्री अजय त्रिपाठी की टीम के बीच वॉलीबॉल के मैत्री मैच के साथ हुआ। होली पर्व की पूर्व संध्या में रस्साकसी प्रतियोगिता हुई, जिसमें 80 वर्ष आयु पार कर चुके लोगों में भी युवाओं जैसा उत्साह झलका। वे भी अपनी टीम को जिताने के लिए पूरी मेहनत करते दिखाई दिए।
शान्तिकुञ्ज के अभिभावकद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या-श्रद्धेया शैलदीदी के मार्गदर्शन एवं शेफाली दीदी की अगुवाई में बहिनों ने मेंहदी, निशानेबाजी, दिमाग का दही, राधा मटकी दौड़, कुर्सी दौड़, टंग ट्विस्ट, रस्साकसी, सूईधागा पिरोना, एक्सन सांग आदि प्रतियोगिताएँ आयोजित हुई। सैकड़ों बहिनों ने अपने कला-कौशल का प्रदर्शन किया।
श्रद्धेया शैलदीदी ने अपने संदेश से बहिनोंका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने
कहा कि उत्साह, उमंग और उल्लास भरा जीवन ही सार्थक है। खेल इस
उत्साह को जगाने में, बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। जीवन भी एक खेल है। खेल जीवन को बेहतर ढंग से जीना सिखाते हैं।
आदरणीया शेफाली दीदी ने कहा कि खेलों के माध्यम से जीवन में स्नेह, सहकार बढ़ता है, तनाव दूर होता है। खेल के माध्यम से जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है।
प्रतियोगिता हजारों दर्शकों की उपस्थिति में सम्पन्न हुई। देश-विदेश से आये श्रद्धालु-साधकों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। दर्शकों का भी भरपूर मनोरंजन हुआ।