नारी सशक्तिकरण का आदर्श प्रस्तुत करता 108 कुंडीय राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ
गोड्डा। झारखंड
14 से 17 मार्च 2024 की तिथियों में गोड्डा के श्रीराम नगर, सरकंडा में 108 कुंडीय राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम ने नारी सशक्तिकरण का विशेष संदेश दिया। जहाँ पूरा कार्यक्रम शान्तिकुञ्ज की ब्रह्मवादिनी बहिनों शकुंतला साहू, कौशल्या यादव, आरती यादव, नीरू गौतम, मोना ढकरिया की टोली द्वारा संचालित था, वहीं शान्तिकुञ्ज से विशेष संदेश देने आदरणीया शेफाली पण्ड्या जी पहुँची थीं।
शेफाली जीजी ने कहा कि संस्कारवान संतान ही आगे चलकर श्रेष्ठ नागरिक के रूप में देश, धर्म, समाज और राष्ट्र का निर्माण करती
है। नारियाँ यदि यज्ञीय जीवन जियें तो उनकी संतति भी संस्कारवान और महान होती हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ गाँधी मैदान से आरंभ हुई कलश यात्रा से हुआ। तीन किलोमीटर लम्बी कलश यात्रा में 5100 कलशों के साथ हजारों महिलाओं की भागीदारी रही। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष बेबी देवी मुख्य अतिथि के रूप में पधारीं।
पूरा कार्यक्रम वैचारिक परिशोधन, वातावरण की शुद्धि, राष्ट्र का सशक्तिकरण , मनुष्य में देवत्व का अवतरण जैसे उद्देश्यों के लिए समर्पित रहा। यज्ञ में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं ने भागीदारी की और गायत्री महामंत्र, महामृत्युंजय मंत्र के साथ विशेष आहुतियाँ समर्पित कीं।
अंतिम दिन देवताओं की विदाई के बाद श्री श्रवण कुमार महतो एवं यज्ञ समन्वयक श्री भवेन्द्र प्रसाद द्वारा कार्यक्रम में सहयोगी समस्त
शाखाओं एवं कार्यकर्त्ताओं के प्रति आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
संकल्प उभरे
शेफाली जीजी के संदेश से प्रभावित होकर कई लोगों ने अपने क्षेत्र में
कन्या कौशल शिविरों के आयोजन का संकल्प लिया।
नशामुक्ति का संदेश
आदरणीया शेफाली जीजी ने श्रद्धेय डॉक्टर साहब एवं श्रद्धेया शैल जीजी
के मार्गदर्शन में चल रहे देशव्यापी ‘व्यसनमुक्त भारत अभियान’ की
विस्तार से चर्चा की, नशामुक्त जीवन जीने की प्रेरणा दी, संकल्प दिलाए।
आकर्षक दीपयज्ञ
विराट दीपयज्ञ अत्यंत आकर्षक था। 24000 दीपकों और रंगोलियों
से सजी मनमोहक आकृतियाँ, पूरे क्षेत्र को अलौकिक दिव्यता के साथ
जगमगा रही थीं।