लक्ष्य
सदानीरा निर्मल गंगा
उद्देश्य
• जल ही जीवन है अत: जल की स्वच्छता और जैव विविधता के संरक्षण का संगठित प्रयास।
• लोकमाता जाह्नवी गंगा लोकमाता है अत: गंगा पुत्रों को अपनी माँ के प्रति कर्तव्यों का स्मरण कराना एवं पालन हेतु प्रेरणा।
• स्रोतसामस्मि जाह्नवी सभी जल स्रोत गंगा हैं अत: देश के सभी जलस्रोतों तक अभियान का विस्तार।
• हम बदलेंगे, युग बदलेगा की भावना से जन जन को व्यक्तिगत तौर पर भागीदार बनाना।
• हरियाली चूनर गंगा के आंचल में सघन वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का प्रयास।
गंगा
मात्र एक जल धारा नहीं, वरन् भारतवर्ष की जीवन धारा है। भारतीय संस्कृति,
सभ्यता, दर्शन और अध्यात्म का पवित्र प्रवाह है गंगा। आधे भारत को अपने
आँचल में समेटे गंगा जन-जन में देवत्व, घर-घर में संस्कृति, तट-तट पर
पवित्रता और श्री-समृद्धि बिखेरती, सागर को गौरव प्रदान करती है। देवात्मा
हिमालय के गर्भ से सागर तक प्रवाहमान सुरसरि देव संस्कृति के उद्ïगम और
विकास की साक्षी रही है।
वर्तमान संदर्भ में यह
विचारणीय प्रश्न है कि ऐसी जीवनदायिनी नदी को हमने अपने स्वार्थ और अंधे
विकास की खातिर मरणासन्न स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। जिस देश में
सत्य सिद्ध करने हेतु गंगा की सौगंध ली जाती हो, तथा जिसके जल की कुछ
बूँदें मोक्ष की वाहक बनती हो, उसी नदी के जल को आज हमने पीने और नहाने
योग्य भी नहीं छोड़ा। वात्सल्यमयी माता गंगा आज भी अपने प्रवाह से हमें
आशीर्वाद देने के लिए हमारे द्वार से बिना किसी शिकायत के सतत बह रही है।
माता अपना कर्तव्य निभा रही हैं, किन्तु हम उसके पुत्र बदले में उसे क्या
दे रहे हैं? जिस नदी को हमें आदर और सम्मान देना चाहिए था, उसमें हम अपने
नगर का मैला, उद्योगों का कचरा, नालों का पानी, शव इत्यादि बहा रहे हैं,
मानो वह एक नदी नहीं, कूड़ादान हो। सभ्यता की जननी से यह असभ्य व्यवहार अब
असहनीय हो गया है। इसी भावना से आहत हो, अखिल विश्व गायत्री परिवार ने
प्रारम्भ किया है एक देशव्यापी अभियान - निर्मल गंगा जन अभियान।
माँ
तो करुणामूर्ति है, सब सह रही है, किन्तु उसके दु:ख से प्रकृति नाराज हो
रही है। अच्छा हो कि प्रकृति का दण्ड भोगने से पहले हम चेत जायें, सपूत
बनकर माँ के प्रति अपना कर्तव्य निभायें।
Invitation
अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा माँ
गंगा की स्वच्छता एवं संरक्षण के निर्मल गंगा जन अभियान चलाया जा रहा है ।
इसके अंतर्गत देश के विभिन्न स्थानों पर समग्र गंगा स्वच्छता का
कार्यक्रम आगामी 11 मई 2019 को संपन्न
होगा । इस वृहद अभियान में आप सभी आमंत्रित है । अपने समीप के जल स्त्रोत
पर अपने समूह के साथ जाकर इस अभियान में सम्मिलित हो ।
संपर्क सूत्र - 9258360928,9258360962
ईमेल - youthcell@awgp.in
Download - Google drive link
Special Attraction
अखिल विश्व गायत्री परिवार का माँ गंगा की निर्मलता का सबसे बड़ा अभियान निर्मल गंगा जन अभियान के अंतर्गत समग्र स्वच्छता का तिसरा प्रयास वर्ष 2016 में 250 घाटों पर स्वच्छता का कार्यक्रम संपन्न वर्ष 2017 में 1000 घाटों पर स्वच्छता का कार्यक्रम संपन्नपिछले वर्ष 2018 में 1000 घाटों पर स्वच्छता का कार्यक्रम संपन्न इस वर्ष भी 1000 से अधिक घाटों पर स्वच्छता का लक्ष्य .
Contribute / Participate
आप भागीदार बन सकते है यदि आप - निर्मल गंगा जन अभियान के कार्यकर्ता
- गंगा प्रज्ञा / सेवा मण्डलों के सदस्य
- प्रज्ञा/महिला/युवा/संस्कृति मंडलों के सदस्य हो ।
- स्थानीय तीर्थ पुरोहित
- शैक्षणिक, धार्मिक, सामाजिक संगठन
- गंगा सेवा समिति के सदस्य
- जन प्रतिनिधि
- किसी गैर सरकारी संगठन के संचालक या सदस्य है ।
- किसी सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता है ।
- व्यवसायी है या नौकरी कर रहे है ।