• News
  • Blogs
  • Gurukulam
English हिंदी
×

My Notes


  • TOC
    • पवित्र, श्रद्धालु और धार्मिक बनें
    • प्रेम से ईश्वर की प्रत्यक्ष अनुभूति
    • आत्मविभूतियों की उपलब्धि का आधार
    • (कहानी)
    • एक पैसे का दान
    • सृष्टि के कण-कण में जगमगाती दिव्य ज्योति
    • शक्ति-शृंखला की एक और कड़ी लेजर किरणें
    • हम हाइड्रोजन गैस जैसे हलके रहें
    • सत्ता एवं संपदा का सदुपयोग
    • (कहानी)
    • मानवी मस्तिष्क पर नियंत्रण— एक वरदान भी एक अभिशाप भी
    • मनुष्य शरीर की बिजली और उसके चमत्कार
    • (कहानी)
    • उपगुप्त का आत्मदान
    • एक सज्जनता अपनाएँ, सहृदय बनें
    • सद्वाक्य
    • अपना और संसार का संबंध इस तरह समझें
    • व्यक्तित्व के विकास में आनुवांशिकी स्तर स्पर्श करना होगा
    • अर्थशास्त्र और अध्यात्म शास्त्र का लक्ष्य एक है
    • सरस्वती-साधना का एक प्रकार— सार्थक संभाषण
    • सृजनात्मक चिंतन— सुख-संतोष का आधार
    • विश्व ज्योतिर्विदों का संयुक्त प्रतिवेदन
    • संगीत का शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
    • तपश्चर्या— समृद्धियों और विभूतियों की जननी
    • तनाव का परिणाम विस्फोट ही होता है
    • आशा, आस्था और आत्मीयता के तीन महासत्य
    • नियत समय पर कार्य करना सफलता का अमोघ सोपान
    • सद्वाक्य
    • क्या हमारे अनुभव, निष्कर्ष सही है
    • मंत्रविद्या ध्वनि विज्ञान पर आधारित है
    • अनुनय विनय पर भगवान पिघले (Kahani)
    • अपनों से अपनी बात— प्राण-प्रत्यावर्त्तन का उद्देश्य एवं स्वरुप
    • गायत्री विद्या के अमूल्य ग्रन्थ रत्न
    • यह बलिदानियों की वेला है
    • यह बलिदानियों की वेला है (Kavita)
    • स्वामी रामतीर्थ जी (कहानी)
    • सद्वाक्य
    • सद्वाक्य
    • सद्वाक्य
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • सद्वाक्य
    • (कहानी)
    • सद्वाक्य
    • सद्वाक्य
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • सद्वाक्य
  • My Note
  • Books
    • SPIRITUALITY
    • Meditation
    • EMOTIONS
    • AMRITVANI
    • PERSONAL TRANSFORMATION
    • SOCIAL IMPROVEMENT
    • SELF HELP
    • INDIAN CULTURE
    • SCIENCE AND SPIRITUALITY
    • GAYATRI
    • LIFE MANAGEMENT
    • PERSONALITY REFINEMENT
    • UPASANA SADHANA
    • CONSTRUCTING ERA
    • STRESS MANAGEMENT
    • HEALTH AND FITNESS
    • FAMILY RELATIONSHIPS
    • TEEN AND STUDENTS
    • ART OF LIVING
    • INDIAN CULTURE PHILOSOPHY
    • THOUGHT REVOLUTION
    • TRANSFORMING ERA
    • PEACE AND HAPPINESS
    • INNER POTENTIALS
    • STUDENT LIFE
    • SCIENTIFIC SPIRITUALITY
    • HUMAN DIGNITY
    • WILL POWER MIND POWER
    • SCIENCE AND RELIGION
    • WOMEN EMPOWERMENT
  • Akhandjyoti
  • Login
  • TOC
    • पवित्र, श्रद्धालु और धार्मिक बनें
    • प्रेम से ईश्वर की प्रत्यक्ष अनुभूति
    • आत्मविभूतियों की उपलब्धि का आधार
    • (कहानी)
    • एक पैसे का दान
    • सृष्टि के कण-कण में जगमगाती दिव्य ज्योति
    • शक्ति-शृंखला की एक और कड़ी लेजर किरणें
    • हम हाइड्रोजन गैस जैसे हलके रहें
    • सत्ता एवं संपदा का सदुपयोग
    • (कहानी)
    • मानवी मस्तिष्क पर नियंत्रण— एक वरदान भी एक अभिशाप भी
    • मनुष्य शरीर की बिजली और उसके चमत्कार
    • (कहानी)
    • उपगुप्त का आत्मदान
    • एक सज्जनता अपनाएँ, सहृदय बनें
    • सद्वाक्य
    • अपना और संसार का संबंध इस तरह समझें
    • व्यक्तित्व के विकास में आनुवांशिकी स्तर स्पर्श करना होगा
    • अर्थशास्त्र और अध्यात्म शास्त्र का लक्ष्य एक है
    • सरस्वती-साधना का एक प्रकार— सार्थक संभाषण
    • सृजनात्मक चिंतन— सुख-संतोष का आधार
    • विश्व ज्योतिर्विदों का संयुक्त प्रतिवेदन
    • संगीत का शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
    • तपश्चर्या— समृद्धियों और विभूतियों की जननी
    • तनाव का परिणाम विस्फोट ही होता है
    • आशा, आस्था और आत्मीयता के तीन महासत्य
    • नियत समय पर कार्य करना सफलता का अमोघ सोपान
    • सद्वाक्य
    • क्या हमारे अनुभव, निष्कर्ष सही है
    • मंत्रविद्या ध्वनि विज्ञान पर आधारित है
    • अनुनय विनय पर भगवान पिघले (Kahani)
    • अपनों से अपनी बात— प्राण-प्रत्यावर्त्तन का उद्देश्य एवं स्वरुप
    • गायत्री विद्या के अमूल्य ग्रन्थ रत्न
    • यह बलिदानियों की वेला है
    • यह बलिदानियों की वेला है (Kavita)
    • स्वामी रामतीर्थ जी (कहानी)
    • सद्वाक्य
    • सद्वाक्य
    • सद्वाक्य
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • सद्वाक्य
    • (कहानी)
    • सद्वाक्य
    • सद्वाक्य
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • (कहानी)
    • सद्वाक्य
  • My Note
  • Books
    • SPIRITUALITY
    • Meditation
    • EMOTIONS
    • AMRITVANI
    • PERSONAL TRANSFORMATION
    • SOCIAL IMPROVEMENT
    • SELF HELP
    • INDIAN CULTURE
    • SCIENCE AND SPIRITUALITY
    • GAYATRI
    • LIFE MANAGEMENT
    • PERSONALITY REFINEMENT
    • UPASANA SADHANA
    • CONSTRUCTING ERA
    • STRESS MANAGEMENT
    • HEALTH AND FITNESS
    • FAMILY RELATIONSHIPS
    • TEEN AND STUDENTS
    • ART OF LIVING
    • INDIAN CULTURE PHILOSOPHY
    • THOUGHT REVOLUTION
    • TRANSFORMING ERA
    • PEACE AND HAPPINESS
    • INNER POTENTIALS
    • STUDENT LIFE
    • SCIENTIFIC SPIRITUALITY
    • HUMAN DIGNITY
    • WILL POWER MIND POWER
    • SCIENCE AND RELIGION
    • WOMEN EMPOWERMENT
  • Akhandjyoti
  • Login




Magazine - Year 1973 - Version 2

Media: TEXT
Language: HINDI
TEXT SCAN


(कहानी)

Listen online

View page note

Please go to your device settings and ensure that the Text-to-Speech engine is configured properly. Download the language data for Hindi or any other languages you prefer for the best experience.
×

Add Note


First 12 14 Last
काम को समय पर, जल्दी, उत्साहपूर्वक, मनोयोग के साथ करना चाहिए। दीर्घसूत्रता अपनाकर अनावश्यक समय भी नष्ट नहीं किया जाना चाहिए; पर साथ ही ऐसी हड़बड़ी और उतावली भी नहीं बरतनी चाहिए कि जल्दी प्राप्त करने के लालच में उलटी हानि उठानी पड़े।

महत्त्वपूर्ण कार्यों में तत्परता की तरह ही संजीदगी और धैर्य की भी आवश्यकता पड़ती है। जिस कार्य में, जितना समय आवश्यक है, उतना तो लगना ही चाहिए। उससे अनुभव और अभ्यास बढ़ता रहता है और निर्धारित कार्य को अधिक सुंदरता और सरलता के साथ कर सकना संभव होता है। अनभ्यस्त स्थिति में एकदम छलाँग लगाने की उतावली उपयोगी सिद्ध नहीं होती। उत्साह के साथ विवेक और लगन के साथ धैर्य भी आवश्यक है।

समुद्र में जो मछलियाँ बहुत गहरे पानी में पैदा होती और बढ़ती हैं, उनके लिए समुद्र की ऊपरी सतह पर एकदम पहुँच जाने का प्रयत्न करना घातक सिद्ध होता है। वे अपने अभ्यास को बढ़ाती हुई क्रमशः ऊपर की सतह पर आने का प्रयत्न करें और बदलती हुई दबाव की स्थिति के अनुरूप शरीर की सहनशक्ति को बढ़ाती चलें, तो ही उनका ऊपर चढ़ने का क्रम ठीक पड़ता है; अन्यथा एकदम ऊपर चढ़ दौड़ने वाली मछली समुद्र की सतह पर आते-आते फट जाती है। तल और सतह में जो अंतर है, उसकी असमानता अनभ्यस्त स्थिति में ऐसा ही दुष्परिणाम पैदा करती है।

समुद्र में बहुत नीचे तक गोता लगाने वाले गोताखोर अक्सर ऊपर चढ़ने में अति उतावली करते हैं। फलतः उन्हें 'वेण्डस' नामक रोग हो जाता है। वह या तो उन्हें अपंग कर देता है या मार डालता है।

डॉ. वर्ट ने गोताखोरों के 'वेण्डस' रोग पर अनुसंधान करते हुए पाया कि यह जलीय दबाव के उतावलीपूर्ण अतिक्रमण का परिणाम है। जल का दबाव उनके रक्त में नाइट्रोजन भरे रखता है; पर जब वे ऊपर आती हैं तो वह नाइट्रोजन तेजी से बाहर निकलता है। यह झटका ही उपरोक्त बीमारी का कारण बनता है। डॉक्टर हाल्डन ने भी इसी मत की पुष्टि की और गोताखोरों को सलाह दी कि जलीय दबाव को ध्यान में रखते हुए अपनी चाल धीमी कर दें, ताकि परिवर्तित परिस्थितियों को सहन करने में शरीर अपने को तत्पर करने का अवसर प्राप्त करता चले।

मनोयोग और श्रम की महत्ता बहुत है, पर साथ-ही-साथ धैर्य की उचित मात्रा भी रहनी चाहिए।
First 12 14 Last


Other Version of this book



Version 2
Type: TEXT
Language: HINDI
...

Version 1
Type: SCAN
Language: HINDI
...


Releted Books


Articles of Books

  • पवित्र, श्रद्धालु और धार्मिक बनें
  • प्रेम से ईश्वर की प्रत्यक्ष अनुभूति
  • आत्मविभूतियों की उपलब्धि का आधार
  • (कहानी)
  • एक पैसे का दान
  • सृष्टि के कण-कण में जगमगाती दिव्य ज्योति
  • शक्ति-शृंखला की एक और कड़ी लेजर किरणें
  • हम हाइड्रोजन गैस जैसे हलके रहें
  • सत्ता एवं संपदा का सदुपयोग
  • (कहानी)
  • मानवी मस्तिष्क पर नियंत्रण— एक वरदान भी एक अभिशाप भी
  • मनुष्य शरीर की बिजली और उसके चमत्कार
  • (कहानी)
  • उपगुप्त का आत्मदान
  • एक सज्जनता अपनाएँ, सहृदय बनें
  • सद्वाक्य
  • अपना और संसार का संबंध इस तरह समझें
  • व्यक्तित्व के विकास में आनुवांशिकी स्तर स्पर्श करना होगा
  • अर्थशास्त्र और अध्यात्म शास्त्र का लक्ष्य एक है
  • सरस्वती-साधना का एक प्रकार— सार्थक संभाषण
  • सृजनात्मक चिंतन— सुख-संतोष का आधार
  • विश्व ज्योतिर्विदों का संयुक्त प्रतिवेदन
  • संगीत का शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
  • तपश्चर्या— समृद्धियों और विभूतियों की जननी
  • तनाव का परिणाम विस्फोट ही होता है
  • आशा, आस्था और आत्मीयता के तीन महासत्य
  • नियत समय पर कार्य करना सफलता का अमोघ सोपान
  • सद्वाक्य
  • क्या हमारे अनुभव, निष्कर्ष सही है
  • मंत्रविद्या ध्वनि विज्ञान पर आधारित है
  • अनुनय विनय पर भगवान पिघले (Kahani)
  • अपनों से अपनी बात— प्राण-प्रत्यावर्त्तन का उद्देश्य एवं स्वरुप
  • गायत्री विद्या के अमूल्य ग्रन्थ रत्न
  • यह बलिदानियों की वेला है
  • यह बलिदानियों की वेला है (Kavita)
  • स्वामी रामतीर्थ जी (कहानी)
  • सद्वाक्य
  • सद्वाक्य
  • सद्वाक्य
  • (कहानी)
  • (कहानी)
  • सद्वाक्य
  • (कहानी)
  • सद्वाक्य
  • सद्वाक्य
  • (कहानी)
  • (कहानी)
  • (कहानी)
  • (कहानी)
  • (कहानी)
  • (कहानी)
  • सद्वाक्य
Your browser does not support the video tag.
About Shantikunj

Shantikunj has emerged over the years as a unique center and fountain-head of a global movement of Yug Nirman Yojna (Movement for the Reconstruction of the Era) for moral-spiritual regeneration in the light of hoary Indian heritage.

Navigation Links
  • Home
  • Literature
  • News and Activities
  • Quotes and Thoughts
  • Videos and more
  • Audio
  • Join Us
  • Contact
Write to us

Click below and write to us your commenct and input.

Go

Copyright © SRI VEDMATA GAYATRI TRUST (TMD). All rights reserved. | Design by IT Cell Shantikunj