हमारी वसीयत और विरासत (भाग 5)— जीवन के ...

जीवन के सौभाग्य का सूर्योदय:—  भगवान की अनुकंपा ही कह सकते हैं, जो अनायास ही हमारे ऊपर पंद्रह वर्ष की उम्र में बरसी और वैसा ही सुयोग बनता चला गया, जो हमारे लिए विधि द्वारा पूर्व से ही नियोजित था। हमारे बचपन में सोचे गए संकल्प को प्रयास के रूप में परिणत होने का सुयोग मिल गया।  पंद्रह वर्ष की आयु थी।...

May 20, 2025, 10:08 a.m.

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 1)...

इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता जिन्हें भले या बुरे क्षेत्रों में विशिष्ट व्यक्ति समझा जाता है, उनकी जीवनचर्या के साथ जुड़े हुए घटनाक्रमों को भी जानने की इच्छा होती है। कौतूहल के अतिरिक्त इसमें एक भाव ऐसा भी होता है, जिसके सहारे कोई अपने काम आने वाली बात मिल सके। जो हो कथा-साह...

May 16, 2025, 9:56 a.m.

गहना कर्मणोगति: (अन्तिम भाग) ...

दुःख का कारण पाप ही नहीं है  दूसरे लोग अनीति और अत्याचार करके किसी निर्दोष व्यक्ति को सता सकते हैं। शोषण, उत्पीड़ित और अन्याय का शिकार कोई व्यक्ति दुःख पा सकता है। अत्याचारी को भविष्य में उसका दण्ड मिलेगा, पर इस समय तो निर्दोष को ही कष्ट सहना पड़ा। ऐसी घटनाओं में उस दुःख पाने वाले व्यक्ति के कर्मों क...

May 15, 2025, 9:29 a.m.

युवा प्रकोष्ठ कौशाम्बी के माध्यम से विद्...

अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में युवा प्रकोष्ठ कौशाम्बी की टीम ने कौशाम्बी जनपद के एन डी कॉन्वेंट स्कूल एंड स्वर्गीय श्री समाधि महाराज बाबा सूरजपाल दास इंटर कॉलेज, नसीरपुर मूरतगंज में छात्र छात्राओं के लिए एक दिवसीय संस्कारशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानाच...

May 6, 2025, 9:37 a.m.

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष...

कौशाम्बी जनपद के भरवारी नगर में नव निर्मित गायत्री चेतना केंद्र भरवारी में सोमवार को भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। जनपद के अनेक विद्यालयों के बच्चों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में जनपद स्तर के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाल...

Feb. 25, 2025, 11:11 p.m.

पचपेड़वा में प. पू. गु. का आध्यात्मिक जन...

आज *बसंत पंचमी* (गुरुदेव का आध्यात्मिक जन्म दिवस) के पावन पर्व पर गायत्री शक्तिपीठ पचपेड़वा में यज्ञ हवन के साथ सरस्वती पूजन उल्लास पूर्ण/बासंती वातावरण में संपन्न हुआ. श्री अंगद प्रसाद प्रजापति और परिव्राजक रामकुमार जी द्वारा बसंत पंचमी पूजन संपन्न कराया गया. इसी क्रम में शांतिकुंज से आगामी दिनों म...

Feb. 2, 2025, 5:04 p.m.

प्रयागराज महाकुम्भ में 13 जनवरी से प्रार...

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से प्रारंभ हो रहे विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ में गायत्री परिवार द्वारा शिविर 13 जनवरी से प्रारंभ होकर 26 फरवरी 2025 तक रहेगा। महाकुम्भ क्षेत्र में सेक्टर 10 में गदा माधव मार्ग पर गायत्री परिवार का शिविर लगाया गया है। शिविर में मिशन से जुड़ी ...

Jan. 9, 2025, 5:59 p.m.

वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादे क्विज ...

कौशाम्बी: उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में भरवारी नगर पालिका के सिंधिया में गुरुवार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के अवसर पर बाल संस्कारशाला सिंघिया द्वारा सामूहिक प्रश्नोत्तरी (क्विज) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन गोल्डन बाल विद्यालय सिंघिया में सायं 3 बजे से किया गया। आयोजन में 50...

Dec. 26, 2024, 10:46 p.m.

कौशाम्बी जनपद में 4 दिवसीय 24 कुण्डीय शक...

●  28 नवंबर को सायंकालीन 2400 दीपों से दीपयज्ञ का हुआ आयोजन ● सैकड़ों परिजनों ने यज्ञ के साथ कराए विभिन्न संस्कार, महिलाओं ने धारण किया यज्ञोपवीत ●  प्रतिदिन प्रातः 6 बजे से प्रज्ञायोग, ध्यान साधना के साथ प्रारंभ होता था कार्यक्रम  कौशाम्बी: उत्तर प्रदेश से मां शीतला शक्तिपीठ का तीर्थक्षेत्र, भगवान ब...

Dec. 1, 2024, 1:45 p.m.

24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ को लेकर जोर श...

कौशाम्बी जनपद के करारी नगर में अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। कार्यक्रम 26 नवंबर से शुरू होकर 29 नवंबर तक चलेगा। कार्यक्रम की तैयारियां कार्यक्रम स्थल पर समय के साथ जोर शोर से चल रही हैं। आयोजन स्थल पर साफ सफाई कार्य करते हुए और किनारों ...

Nov. 13, 2024, 7:47 p.m.

यू.के. की दिव्य ज्योति कलश यात्रा का शुभ...

अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी के मार्गदर्शन में यू.के. में दिव्य ज्योति कलश यात्रा का शुभारंभ लेस्टर से हुआ। इस अवसर पर भावपूर्ण वातावरण में परिजनों की गरिमामयी उपस्थिति रही। साधना, आत्मशुद्धि और युग परिवर्तन के ...

May 19, 2025, 12:15 p.m.

भारत की आध्यात्मिक परंपरा एवं वैश्विक सह...

अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने यूरोप प्रवास के अंतर्गत लंदन में प्रमुख उद्योगपति श्री फिरोज मिस्त्री जी (Shapoorji Pallonji Group) तथा प्रतिष्ठित विधिवेत्ता एवं उद्यमी श्री विजय गोयल जी (Partner, Singhania & Co., Fo...

May 19, 2025, 12:01 p.m.

यूके प्रवास के अगले चरण में लॉर्ड्स सभाग...

अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने अपने यूके-यूरोप प्रवास के अगले चरण में लंदन स्थित हाउस ऑफ लॉर्ड्स में माननीय लॉर्ड रसेल रूक तथा AI & Faith Commission से श्री ऑस्टिन टिफ़नी से औपचारिक भेंट की। इस अवसर पर पूज्य गुरुदेव...

May 18, 2025, 5:31 p.m.

हम करें राष्ट्र का आराधन के भाव की बही श...

हरिद्वार 17 मई। इन दिनों पूरा देश राष्ट्र की अखंडता, संप्रभुता के साथ ही आराधना में जुटा है। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में जन जागरण रैली निकाली गयी। रैली में हम करें राष्ट्र का आराधन के भाव की गंगा बही। इसके अंतर्गत संगीतबद्ध देश भक्तिगीतों का गायन के साथ साथ राष्ट्र की अखण्डता एवं संप्रभुता के लिए एक...

May 18, 2025, 2:47 p.m.

दीपों की लौ से आलोकित हुआ लंदन : विश्वशा...

“सर्वे भवन्तु सुखिनः… सर्वे सन्तु निरामयाः।” उक्त दिव्य प्रार्थना के साथ लंदन स्थित मंधाता हॉल में एक विशेष दीप यज्ञ का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। विश्वशांति तथा भारत की सुरक्षा की सामूहिक भावना के साथ सम्पन्न इस यज्ञ में दीपों की शुभ्र ज्योति ने संपूर्ण वातावरण को भक्तिमय, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दिव्...

May 17, 2025, 6:35 p.m.

नागदा (उज्जैन) की ममता बैरागी: 108 गांवो...

नागदा, उज्जैन: मध्य प्रदेश के नागदा क्षेत्र से एक प्रेरणादायक समाचार सामने आया है, जहाँ ममता बैरागी नामक एक साधारण महिला असाधारण संकल्पों और सेवा-भाव से समाज में चेतना का संचार कर रही हैं। पिछले 25 वर्षों से प्रज्ञा पीठ से जुड़ी ममता दीदी न सिर्फ युग निर्माण अभियान का दायित्व निभा रही हैं, बल्कि अपन...

May 16, 2025, 11:49 a.m.

लातविया के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों एवं भा...

अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने अपने लातविया प्रवास के दौरान रीगा स्थित भारतीय दूतावास में भारत की नवनियुक्त राजदूत आदरणीया श्रीमती नम्रता कुमार जी से शिष्टाचार भेंट की। इस विशेष अवसर पर लातविया के प्र...

May 16, 2025, 11:34 a.m.

रीगा, लातविया में गायत्री यज्ञ—संस्कृति ...

अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी के मार्गदर्शन में रीगा (लातविया) में गायत्री यज्ञ का दिव्य आयोजन संपन्न हुआ। यह यज्ञ भारत माता के अमर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करने, प्रवासी भारतीयों को एक सूत्र में जोड़ने तथा भारतीय...

May 15, 2025, 3:53 p.m.

लातविया में भारत की नवनियुक्त राजदूत श्र...

यूरोप प्रवास लातविया यूरोप प्रवास में अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने लातविया में भारत की नवनियुक्त राजदूत आदरणीय श्रीमती नम्रता कुमार जी से आत्मीय भेंट की। इस अवसर पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार में स्...

May 14, 2025, 11:12 a.m.

राजस्थान में प्रज्ञा अभियान का विस्तार: ...

अलवर जिले की राजगढ़ तहसील ने प्रज्ञा अभियान के प्रचार-प्रसार में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करते आज ३५० नए पाठक जोड़ते  हुए तहसील स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह सफलता आदरणीया मीना खंडेलवाल जीजी के अथक प्रयासों और डॉक्टर सरोज गुप्ता दीदी के मार्गदर्शन का प्रतिफल है। साथ ही, अलवर जिले ने 1000+ पाठ...

May 13, 2025, noon
as

First Meeting With Guru

At the age of 15- Self-realization on Basant Panchanmi Parva 1926 at Anwalkheda (Agra, UP, India), with darshan and guidance from Swami Sarveshwaranandaji.

Akhand Deep

More than 2400 crore Gayatri Mantra have been chanted so far in its presence. Just by taking a glimpse of this eternal flame, people receive divine inspirations and inner strength.

Akhand Jyoti Magazine

It was started in 1938 by Pt. Shriram Sharma Acharya. The main objective of the magazine is to promote scientific spirituality and the religion of 21st century, that is, scientific religion.

Gayatri Mantra

The effect of sincere and steadfast Gayatri Sadhana is swift and miraculous in purifying, harmonizing and steadying the mind and thus establishing unshakable inner peace and a sense of joy filled calm even in the face of grave trials and tribulations in the outer life of the Sadhak.

आचार्य जी ने सिद्धांत और साधना को आधुनिक युग के अनुकूल तर्क व शब्द देकर सामाजिक परिवर्तन का जो मार्ग दिखाया है, उसके लिए आने वाली पीढ़ियाँ युगों-युगों तक कृतज्ञ रहेंगी।

डॉ. शंकर दयाल शर्मा (पूर्व राष्ट्रपति)

 

मुझे ज्ञात है कि इस विश्वविद्यालय ने स्वतंत्रता सेनानी और लगभग ३००० पुस्तकों के लेखक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्यजी के स्वप्न को साकार रूप दिया है। इन्हें भारत में ज्ञान क्रांति का प्रवर्तक कहना उपयुक्त होगा। आचार्यश्री का विचार था कि अज्ञानता ही निर्धनता और बीमारी आदि सभी समस्याओं की जड़ है।

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (पूर्व राष्ट्रपति एवं वैज्ञानिक)

 

आचार्य जी का एकाकी पुरुषार्थ सारे संत समाज की सम्मिलित शक्ति के स्तर का है, उनने गायत्री व यज्ञ को प्रतिबंध रहित करने निमित्त जो कुछ भी किया वह शास्त्रों के अनुसार ही था। मेरा उन्हें बारम्बार नमन है।

स्वामी जयेन्द्रतीर्थ सरस्वती (शंकराचार्य कांची कामकोटि पीठ)

 

श्रद्धेय आचार्य श्रीराम शर्मा जी ने जो कार्य कर दिखाया वह अद्भुत है, युग के लिए नितांत आवश्यक है। आचार्य जी के साहित्य से मैं बहुत प्रभावित हूँ। प्रज्ञा पुराण ने विशेष रूप से मुझे अपने कार्यों में बहुत बल प्रदान किया है। उनका चिंतन राष्ट्र को शक्तिशाली बनाता और मानव मात्र को सही दिशा प्रदान करता है।

श्री नानाजी देशमुख (संस्थापक ग्रामोदय विश्वविद्यालय)

 

आचार्य जी द्वारा भाष्य किए गए उपनिषदों का स्वाध्याय करने के बाद उन्होंने कहा कि- ‘‘काश! यह साहित्य मुझे जवानी में मिल गया होता तो मेरे जीवन की दिशाधारा कुछ और ही होती; मैं राजनीति में न जाकर आचार्य श्री के चरणों में बैठा अध्यात्म का ज्ञान ले रहा होता।’’

सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन्

 

विनोबा जी ने वेदों के पूज्यवर द्वारा किए गए भाष्य को ग्वालियर मेंं एक सार्वजनिक सभा में अपने सिर पर धारण करते हुए कहा- "ये ग्रन्थ किसी व्यक्ति द्वारा नहीं, शक्ति द्वारा लिखे गये हैं।"

आचार्य विनोबा भावे

 

सुप्रसिद्ध सन्त देवरहा बाबा एक सिद्ध पुरुष थे। उनने एक परिजन से कहा- ‘‘बेटा! उनके बारे में मैं क्या कहूँ? यह समझो कि मैं हृदय से सतत उनका स्मरण करता रहता हूँ। गायत्री उनमें पूर्णतः समा गयी है एवं वे साक्षात् सविता स्वरूप हैं।’’

देवरहा बाबा

 

‘‘आचार्यश्री ने गायत्री को जन-जन की बनाकर महर्षि दयानन्द के कार्यों को आगे बढ़ाया है। गायत्री और ये एकरूप हो गये हैं।’’

महात्मा आनन्द स्वामी

 

अपने भावभरे उद्गार पूज्यवर के सम्बन्ध में इस रूप में व्यक्त किए थे- ‘‘आचार्य जी इस युग में गायत्री के जनक हैं। उनने गायत्री को सबकी बना दिया। यदि इसे मात्र ब्राह्मणों की मानकर उन्हीं के भरोसे छोड़ दिया होता तो अब तक गायत्री महाविद्या सम्भवतः लुप्त हो गयी होती।’’

करपात्री जी महाराज