• News
  • Blogs
  • Gurukulam
English हिंदी
×

My Notes


  • TOC
    • आत्मिक विभूतियों का उभार उत्कृष्ट जीवन में
    • भगवान बुद्ध की अमृत वाणी
    • वन्दे महापुरुष से चरणारविन्दे
    • यदि जीवन में ईश्वर घुल जाय
    • सर्वतः पाणिवाद तत्सर्वनतोऽक्षिशिरोमुखम्
    • मायामय संसार के सुलझते हुए रहस्य
    • दुबुर्द्धि ने विज्ञान को भी अभिशाप बना दिये
    • स्वप्नों के माध्यम से सूक्ष्म जगत में प्रवेश
    • चेतना को उर्ध्वगामी बनाएँ जड़ नहीं
    • सर्वत्र त्याग का अर्थबोध
    • न यंत्र न विज्ञान फिर भी दूरवर्ती का ज्ञान
    • अतीनद्रिय शक्तियों का आधार हमारा मन
    • शोक का कारण व निवारण
    • मनःस्थिति संतुलित रखिए
    • चरित्रनिष्ठ व्यक्ति ईश्वर के समान
    • विधेयात्मक श्रद्धा उत्कर्ष का आधार
    • जीवन काल में पारंगत वृक्ष-वनस्पति
    • विज्ञान की कसौटी पर ध्यान
    • सारा शरीर ही जलमय है
    • सारे वातावरण को ही गायत्रीमय बनाना होगा
    • कुछ जीभी की भी सुनिए मानिये
    • अपनों से अपनी बात- इस वर्ष की सत्र श्रृंखला का विवरण और आमंत्रण
    • ध्यान आया नहीं (कविता) -लाखन सिंह भदौरिया
    • ध्यान आया नहीं
  • My Note
  • Books
    • SPIRITUALITY
    • Meditation
    • EMOTIONS
    • AMRITVANI
    • PERSONAL TRANSFORMATION
    • SOCIAL IMPROVEMENT
    • SELF HELP
    • INDIAN CULTURE
    • SCIENCE AND SPIRITUALITY
    • GAYATRI
    • LIFE MANAGEMENT
    • PERSONALITY REFINEMENT
    • UPASANA SADHANA
    • CONSTRUCTING ERA
    • STRESS MANAGEMENT
    • HEALTH AND FITNESS
    • FAMILY RELATIONSHIPS
    • TEEN AND STUDENTS
    • ART OF LIVING
    • INDIAN CULTURE PHILOSOPHY
    • THOUGHT REVOLUTION
    • TRANSFORMING ERA
    • PEACE AND HAPPINESS
    • INNER POTENTIALS
    • STUDENT LIFE
    • SCIENTIFIC SPIRITUALITY
    • HUMAN DIGNITY
    • WILL POWER MIND POWER
    • SCIENCE AND RELIGION
    • WOMEN EMPOWERMENT
  • Akhandjyoti
  • Login
  • TOC
    • आत्मिक विभूतियों का उभार उत्कृष्ट जीवन में
    • भगवान बुद्ध की अमृत वाणी
    • वन्दे महापुरुष से चरणारविन्दे
    • यदि जीवन में ईश्वर घुल जाय
    • सर्वतः पाणिवाद तत्सर्वनतोऽक्षिशिरोमुखम्
    • मायामय संसार के सुलझते हुए रहस्य
    • दुबुर्द्धि ने विज्ञान को भी अभिशाप बना दिये
    • स्वप्नों के माध्यम से सूक्ष्म जगत में प्रवेश
    • चेतना को उर्ध्वगामी बनाएँ जड़ नहीं
    • सर्वत्र त्याग का अर्थबोध
    • न यंत्र न विज्ञान फिर भी दूरवर्ती का ज्ञान
    • अतीनद्रिय शक्तियों का आधार हमारा मन
    • शोक का कारण व निवारण
    • मनःस्थिति संतुलित रखिए
    • चरित्रनिष्ठ व्यक्ति ईश्वर के समान
    • विधेयात्मक श्रद्धा उत्कर्ष का आधार
    • जीवन काल में पारंगत वृक्ष-वनस्पति
    • विज्ञान की कसौटी पर ध्यान
    • सारा शरीर ही जलमय है
    • सारे वातावरण को ही गायत्रीमय बनाना होगा
    • कुछ जीभी की भी सुनिए मानिये
    • अपनों से अपनी बात- इस वर्ष की सत्र श्रृंखला का विवरण और आमंत्रण
    • ध्यान आया नहीं (कविता) -लाखन सिंह भदौरिया
    • ध्यान आया नहीं
  • My Note
  • Books
    • SPIRITUALITY
    • Meditation
    • EMOTIONS
    • AMRITVANI
    • PERSONAL TRANSFORMATION
    • SOCIAL IMPROVEMENT
    • SELF HELP
    • INDIAN CULTURE
    • SCIENCE AND SPIRITUALITY
    • GAYATRI
    • LIFE MANAGEMENT
    • PERSONALITY REFINEMENT
    • UPASANA SADHANA
    • CONSTRUCTING ERA
    • STRESS MANAGEMENT
    • HEALTH AND FITNESS
    • FAMILY RELATIONSHIPS
    • TEEN AND STUDENTS
    • ART OF LIVING
    • INDIAN CULTURE PHILOSOPHY
    • THOUGHT REVOLUTION
    • TRANSFORMING ERA
    • PEACE AND HAPPINESS
    • INNER POTENTIALS
    • STUDENT LIFE
    • SCIENTIFIC SPIRITUALITY
    • HUMAN DIGNITY
    • WILL POWER MIND POWER
    • SCIENCE AND RELIGION
    • WOMEN EMPOWERMENT
  • Akhandjyoti
  • Login




Magazine - Year 1979 - Version 1

Media: SCAN
Language: HINDI
TEXT SCAN


आत्मिक विभूतियों का उभार उत्कृष्ट जीवन में

2 Last
2 Last


Other Version of this book



January 1979
Type: TEXT
Language: HINDI
...

Version 1
Type: SCAN
Language: HINDI
...


Releted Books


Articles of Books

  • आत्मिक विभूतियों का उभार उत्कृष्ट जीवन में
  • भगवान बुद्ध की अमृत वाणी
  • वन्दे महापुरुष से चरणारविन्दे
  • यदि जीवन में ईश्वर घुल जाय
  • सर्वतः पाणिवाद तत्सर्वनतोऽक्षिशिरोमुखम्
  • मायामय संसार के सुलझते हुए रहस्य
  • दुबुर्द्धि ने विज्ञान को भी अभिशाप बना दिये
  • स्वप्नों के माध्यम से सूक्ष्म जगत में प्रवेश
  • चेतना को उर्ध्वगामी बनाएँ जड़ नहीं
  • सर्वत्र त्याग का अर्थबोध
  • न यंत्र न विज्ञान फिर भी दूरवर्ती का ज्ञान
  • अतीनद्रिय शक्तियों का आधार हमारा मन
  • शोक का कारण व निवारण
  • मनःस्थिति संतुलित रखिए
  • चरित्रनिष्ठ व्यक्ति ईश्वर के समान
  • विधेयात्मक श्रद्धा उत्कर्ष का आधार
  • जीवन काल में पारंगत वृक्ष-वनस्पति
  • विज्ञान की कसौटी पर ध्यान
  • सारा शरीर ही जलमय है
  • सारे वातावरण को ही गायत्रीमय बनाना होगा
  • कुछ जीभी की भी सुनिए मानिये
  • अपनों से अपनी बात- इस वर्ष की सत्र श्रृंखला का विवरण और आमंत्रण
  • ध्यान आया नहीं (कविता) -लाखन सिंह भदौरिया
  • ध्यान आया नहीं
Your browser does not support the video tag.
About Shantikunj

Shantikunj has emerged over the years as a unique center and fountain-head of a global movement of Yug Nirman Yojna (Movement for the Reconstruction of the Era) for moral-spiritual regeneration in the light of hoary Indian heritage.

Navigation Links
  • Home
  • Literature
  • News and Activities
  • Quotes and Thoughts
  • Videos and more
  • Audio
  • Join Us
  • Contact
Write to us

Click below and write to us your commenct and input.

Go

Copyright © SRI VEDMATA GAYATRI TRUST (TMD). All rights reserved. | Design by IT Cell Shantikunj