भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष...

कौशाम्बी जनपद के भरवारी नगर में नव निर्मित गायत्री चेतना केंद्र भरवारी में सोमवार को भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। जनपद के अनेक विद्यालयों के बच्चों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में जनपद स्तर के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाल...

Feb. 25, 2025, 11:11 p.m.

पचपेड़वा में प. पू. गु. का आध्यात्मिक जन...

आज *बसंत पंचमी* (गुरुदेव का आध्यात्मिक जन्म दिवस) के पावन पर्व पर गायत्री शक्तिपीठ पचपेड़वा में यज्ञ हवन के साथ सरस्वती पूजन उल्लास पूर्ण/बासंती वातावरण में संपन्न हुआ. श्री अंगद प्रसाद प्रजापति और परिव्राजक रामकुमार जी द्वारा बसंत पंचमी पूजन संपन्न कराया गया. इसी क्रम में शांतिकुंज से आगामी दिनों म...

Feb. 2, 2025, 5:04 p.m.

प्रयागराज महाकुम्भ में 13 जनवरी से प्रार...

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से प्रारंभ हो रहे विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ में गायत्री परिवार द्वारा शिविर 13 जनवरी से प्रारंभ होकर 26 फरवरी 2025 तक रहेगा। महाकुम्भ क्षेत्र में सेक्टर 10 में गदा माधव मार्ग पर गायत्री परिवार का शिविर लगाया गया है। शिविर में मिशन से जुड़ी ...

Jan. 9, 2025, 5:59 p.m.

वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादे क्विज ...

कौशाम्बी: उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में भरवारी नगर पालिका के सिंधिया में गुरुवार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के अवसर पर बाल संस्कारशाला सिंघिया द्वारा सामूहिक प्रश्नोत्तरी (क्विज) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन गोल्डन बाल विद्यालय सिंघिया में सायं 3 बजे से किया गया। आयोजन में 50...

Dec. 26, 2024, 10:46 p.m.

कौशाम्बी जनपद में 4 दिवसीय 24 कुण्डीय शक...

●  28 नवंबर को सायंकालीन 2400 दीपों से दीपयज्ञ का हुआ आयोजन ● सैकड़ों परिजनों ने यज्ञ के साथ कराए विभिन्न संस्कार, महिलाओं ने धारण किया यज्ञोपवीत ●  प्रतिदिन प्रातः 6 बजे से प्रज्ञायोग, ध्यान साधना के साथ प्रारंभ होता था कार्यक्रम  कौशाम्बी: उत्तर प्रदेश से मां शीतला शक्तिपीठ का तीर्थक्षेत्र, भगवान ब...

Dec. 1, 2024, 1:45 p.m.

24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ को लेकर जोर श...

कौशाम्बी जनपद के करारी नगर में अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। कार्यक्रम 26 नवंबर से शुरू होकर 29 नवंबर तक चलेगा। कार्यक्रम की तैयारियां कार्यक्रम स्थल पर समय के साथ जोर शोर से चल रही हैं। आयोजन स्थल पर साफ सफाई कार्य करते हुए और किनारों ...

Nov. 13, 2024, 7:47 p.m.

कौशाम्बी जनपद में 24 कुंडीय गायत्री महाय...

उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में अखिल विश्व गायत्री परिवार की जनपद इकाई के द्वारा करारी नगर में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन 26 नवंबर से प्रारंभ हो रहा है। यह कार्यक्रम 26 से प्रारंभ होकर 29 नवंबर तक चलेगा जिसमें अनेक गतिविधियां जैसे कलश यात्रा, यज्ञ, प्रवचन, दीपयज्ञ, गोष्ठी आदि का आयोजन किया...

Oct. 24, 2024, 10:03 p.m.

चिन्तन कम ही कीजिए।...

*क्या आप अत्याधिक चिन्तनशील प्रकृति के हैं? सारे दिन अपनी बाबत कुछ न कुछ गंभीरता से सोचा ही करते हैं? कल हमारे व्यापार में हानि होगी या लाभ, बाजार के भाव ऊँचे जायेंगे, या नीचे गिरेंगे।* अमुक ने हमारा रुपया उधार ले रखा है, वह वापस करेगा भी या हड़प लेगा? दिनों दिन बाजार में महंगाई उत्तरोत्तर बढ़ती जा ...

Oct. 24, 2024, 6:50 p.m.

प्रत्येक परिस्थिति में प्रसन्नता का राजम...

बुराई की शक्ति अपनी सम्पूर्ण प्रबलता के साथ टक्कर लेती है। इसमें सन्देह नहीं है। ऐसे भी व्यक्ति संसार में हैं जिनसे ‘‘कुशल क्षेम तो है’’ पूछने पर ‘‘आपको क्या गरज पड़ी’’ जैसे उत्तर मिल जाते हैं। ऐसे प्रसंगों से आये दिन भेंट होती है। इनसे टकराया जाये तो मनुष्य का सारा जीवन टकराने में ही चला जाता है। उ...

Oct. 18, 2024, 9:46 a.m.

घृणा का स्थान...

निंदा, क्रोध और घृणा ये सभी दुर्गुण हैं, लेकिन मानव जीवन में से अगर इन दुर्गुणों को निकल दीजिए, तो संसार नरक हो जायेगा। यह निंदा का ही भय है, जो दुराचारियों पर अंकुश का काम करता है। यह क्रोध ही है, जो न्याय और सत्य की रक्षा करता है और यह घृणा ही है जो पाखंड और धूर्तता का दमन करती है। निंदा का भय न ह...

Oct. 18, 2024, 9:42 a.m.

दीप महायज्ञ एवं प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन : ...

ज्योति कलश यात्रा के सिडनी ( ऑस्ट्रेलिया ) में शुभागमन संग युग चेतना के विस्तार की प्रक्रिया सक्रियता से गतिशील है । पूजन, अनुष्ठान एवं जनसंपर्क की गतिविधियों के मध्य परिजनों का उत्साह देखते ही बनता है । सिडनी प्रांत के प्रबुद्ध वर्ग : उद्योगपति, वैज्ञानिक, जनसेवक, विविध संगठनों के प्रमुख, नगर के प्...

April 18, 2025, 9:37 a.m.

जनसंपर्क अभियान : भौगोलिक दृष्टि से युगत...

प्रेम ,आत्मीयता, अपनत्व का भाव हृदय में लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी सिडनी में अनेकों गायत्री परिजनों से जनसंपर्क हेतु घर - घर पधारे । प्यार और सहकार से भरे पूरे गायत्री परिवार के अपने आत्मीय परिजनों के स्वस्थ, प्रसन्न, उन्नतिशील, सर्वांगीण प्रगतिशील जीवन की शु...

April 18, 2025, 9:27 a.m.

सिडनी ( ऑस्ट्रेलिया ) के पैरामेटा के लॉर...

बचपन में नियमितता से अपने भाई - बहनों के साथ माता-पिता की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में ज्ञान रथ से ज्ञान यज्ञ का विस्तार निरन्तर करने वाले श्री समीर पांडे जी ( लॉर्ड मेयर, पैरामेटा ) ने अखिल विश्व गायत्री परिवार युवा प्रतिनिधि आदरणीय डॉ चिन्मय पंड्या जी से सपरिवार आत्मीय भेंट की । जन सेवा के क्षेत्र म...

April 18, 2025, 9:09 a.m.

सिडनी की विभिन्न यूनिवर्सिटी एवं कॉलेजों...

युवावस्था की सार्थकता का मर्म अपने आदर्श जीवन से जन-जन को सिखलाते, गुरुकार्यों के निमित्त बन आदर्श शिष्य के स्वरूप में वैश्विक मंचों पर युवाओं को जीवन की सार्थकता का संदेश प्रदान करते आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने सिडनी में विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों के युवाओं के मध्य “ह्यूमन एक्सीलेंस” वि...

April 17, 2025, 9:52 a.m.

आत्मीयता विस्तार के भाव संग श्रद्धा को स...

जनशताब्दी वर्ष २०२६ को लेकर ऑस्ट्रेलिया में परिजनों का उत्साह शतगुणित हो गया जब पूज्य गुरुदेव वंदनीया माता जी का आशीर्वाद एवं श्रद्धेय डॉ साहब, श्रद्धेया जीजी का प्यार अंतस में संजोए आत्मीयता विस्तार के भाव संग ऑस्ट्रेलिया के सिडनी नगर में घर घर आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी पधारे । गुरु कृपा से विश्व...

April 17, 2025, 9:45 a.m.

सुप्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियन डिजिटल मीडिया हाउ...

ऑस्ट्रेलिया में अखिल विश्व गायत्री परिवार के सृजनशील अभियानों से प्रेरित होकर जन - जन को इस दैवीय अभियान की मौलिकता, विशिष्टता एवं विशेषताओं से अवगत कराने के भाव से सुप्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियन डिजिटल मीडिया हाउस “वॉइस आज कल” ने आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी संग विशेष साक्षात्कार किया । ऋषियुग्म के जीवन परि...

April 17, 2025, 9:38 a.m.

अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रतिनिधि आदरण...

घर-घर अलख जगाने, ऋषि चिंतन को आत्मीयतापूर्ण भाव से जन - जन तक पहुंचाने के भाव से अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रतिनिधि आदरणीय डॉ चिन्मय पंड्या जी सिडनी में श्रद्धासंवर्धन जनसंपर्क अभियान के अंतर्गत अनेकों आत्मीय परिजनों के घर पधारे । देवस्थापना, युग निर्माण सत्संकल्प अभियान, ज्योति कलश यात्रा के संदेश...

April 16, 2025, 12:18 p.m.

ऑस्ट्रेलिया में दिव्य ज्योति कलश का शुभा...

ऑस्ट्रेलिया में दिव्य ज्योति कलश का शुभागमन अत्यंत ही शुभ प्राकृतिक वातावरण में वरुण देवता के दिव्य अभिसिंचन के रूप में वर्षा की बूंदों संग सिडनी में हुआ । परिजनों ने दिव्य ज्योति कलश का भावपूर्ण स्वागत अभिनंदन किया। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने कार्यकर्ता भाइयो...

April 16, 2025, 9:35 a.m.

जन्मशताब्दी वर्ष 2026 हेतु महत्वपूर्ण प्...

ऑस्ट्रेलिया प्रवास || १५ अप्रैल २०२५ ( सिडनी) अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी का शुभागमन ऑस्ट्रेलिया प्रवास के प्रथम चरण में सिडनी में हुआ । आगत जन्मशताब्दी वर्ष २०२६ के पूर्वाह्न में सामयिक महत्व के इस महत्वपूर्ण प्रवास के क्रम में कार्यकर्ता भाइयों, बहनों ने...

April 15, 2025, 5:32 p.m.

डॉ. चिन्मय पंड्या ने लोकसभा अध्यक्ष श्री...

नई दिल्ली, अप्रैल 2025 — अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति, आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या ने हाल ही में लोकसभा अध्यक्ष माननीय श्री ओम बिरला से नई दिल्ली में सौजन्य भेंट की। इस आत्मीय मुलाकात के दौरान अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक पूज्य पं. ...

April 15, 2025, 1:04 p.m.
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गुरुदेव से प्रथम भेंट

15 वर्ष की आयु में— बसंत पंचमी पर्व सन् 1926 को स्वगृह— आँवलखेड़ा (आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत) में पूजास्थल में ही दादागुरु स्वामी सर्वेश्वरानन्द जी के दर्शन एवं मार्गदर्शन के साथ-ही-साथ आत्मसाक्षात्कार हुआ।

अखण्ड दीपक

सन् 1926 से निरंतर प्रज्वलित दीपक, जिसके सान्निध्य में परम पूज्य गुरुदेव श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने 24-24 लक्ष के चौबीस गायत्री महापुरश्चरण संपन्न किए, आज भी इसके बस एक झलक भर प्राप्त कर लेने से ही लोगों को दैवीय प्रेरणा और आंतरिक शक्ति प्राप्त होती है। इसके सान्निध्य में अब तक 2400 करोड़ से भी अधिक गायत्री मंत्र का जप किया जा चुका है।

अखण्ड ज्योति पत्रिका

इसका आरंभ सन् 1938 में पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा किया गया था। पत्रिका का मुख्य उद्देश्य— वैज्ञानिक आध्यात्मिकता और 21वीं शताब्दी के धर्म, अर्थात वैज्ञानिक धर्म को बढ़ावा देना है।

गायत्री मन्त्र

दृढ़ निष्ठा से सतत गायत्री साधना करने से मन (अंतःकरण) तीव्र गति और चामत्कारिक प्रकार से पवित्र, निर्मल, व्यवस्थित और स्थिर होता है, जिससे साधक अपने बाह्य भौतिक जीवन की गंभीर परीक्षाओं एवं समस्याओं से जूझते हुए भी अटल आतंरिक शांति और आनंद की अनुभूति करता है।

आचार्य जी ने सिद्धांत और साधना को आधुनिक युग के अनुकूल तर्क व शब्द देकर सामाजिक परिवर्तन का जो मार्ग दिखाया है, उसके लिए आने वाली पीढ़ियाँ युगों-युगों तक कृतज्ञ रहेंगी।

डॉ. शंकर दयाल शर्मा (पूर्व राष्ट्रपति)

मुझे ज्ञात है कि इस विश्वविद्यालय ने स्वतंत्रता सेनानी और लगभग ३००० पुस्तकों के लेखक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्यजी के स्वप्न को साकार रूप दिया है। इन्हें भारत में ज्ञान क्रांति का प्रवर्तक कहना उपयुक्त होगा। आचार्यश्री का विचार था कि अज्ञानता ही निर्धनता और बीमारी आदि सभी समस्याओं की जड़ है।

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (पूर्व राष्ट्रपति एवं वैज्ञानिक)

आचार्य जी का एकाकी पुरुषार्थ सारे संत समाज की सम्मिलित शक्ति के स्तर का है, उनने गायत्री व यज्ञ को प्रतिबंध रहित करने निमित्त जो कुछ भी किया वह शास्त्रों के अनुसार ही था। मेरा उन्हें बारम्बार नमन है।

स्वामी जयेन्द्रतीर्थ सरस्वती (शंकराचार्य कांची कामकोटि पीठ)

श्रद्धेय आचार्य श्रीराम शर्मा जी ने जो कार्य कर दिखाया वह अद्भुत है, युग के लिए नितांत आवश्यक है। आचार्य जी के साहित्य से मैं बहुत प्रभावित हूँ। प्रज्ञा पुराण ने विशेष रूप से मुझे अपने कार्यों में बहुत बल प्रदान किया है। उनका चिंतन राष्ट्र को शक्तिशाली बनाता और मानव मात्र को सही दिशा प्रदान करता है।

श्री नानाजी देशमुख (संस्थापक ग्रामोदय विश्वविद्यालय)

आचार्य जी द्वारा भाष्य किए गए उपनिषदों का स्वाध्याय करने के बाद उन्होंने कहा कि- ‘‘काश! यह साहित्य मुझे जवानी में मिल गया होता तो मेरे जीवन की दिशाधारा कुछ और ही होती; मैं राजनीति में न जाकर आचार्य श्री के चरणों में बैठा अध्यात्म का ज्ञान ले रहा होता।’’

सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन्

विनोबा जी ने वेदों के पूज्यवर द्वारा किए गए भाष्य को ग्वालियर मेंं एक सार्वजनिक सभा में अपने सिर पर धारण करते हुए कहा- "ये ग्रन्थ किसी व्यक्ति द्वारा नहीं, शक्ति द्वारा लिखे गये हैं।"

आचार्य विनोबा भावे

सुप्रसिद्ध सन्त देवरहा बाबा एक सिद्ध पुरुष थे। उनने एक परिजन से कहा- ‘‘बेटा! उनके बारे में मैं क्या कहूँ? यह समझो कि मैं हृदय से सतत उनका स्मरण करता रहता हूँ। गायत्री उनमें पूर्णतः समा गयी है एवं वे साक्षात् सविता स्वरूप हैं।’’

देवरहा बाबा

‘‘आचार्यश्री ने गायत्री को जन-जन की बनाकर महर्षि दयानन्द के कार्यों को आगे बढ़ाया है। गायत्री और ये एकरूप हो गये हैं।’’

महात्मा आनन्द स्वामी

अपने भावभरे उद्गार पूज्यवर के सम्बन्ध में इस रूप में व्यक्त किए थे- ‘‘आचार्य जी इस युग में गायत्री के जनक हैं। उनने गायत्री को सबकी बना दिया। यदि इसे मात्र ब्राह्मणों की मानकर उन्हीं के भरोसे छोड़ दिया होता तो अब तक गायत्री महाविद्या सम्भवतः लुप्त हो गयी होती।’’

करपात्री जी महाराज