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Magazine - Year 1974 - Version 2

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First 16 18 Last
शाँति कुञ्ज का निर्माण विशुद्ध रूप से शिक्षण संस्था के रूप में किया गया है। तीर्थ−यात्रियों के ठहरने की धर्मशाला यह नहीं। पर्यटन, दर्शन, परामर्श आदि के लिए आने वाले सज्जन प्रथम कहीं अन्यत्र ठहरें पीछे परामर्श के लिए दोपहर के 12 बजे से सायं 5 बजे के बीच में ही मिलने के लिए आवें। इससे पूर्व या पीछे अन्य आवश्यक कार्यों में व्यस्त रहने के कारण भेंट न हो सकेगी।

बिना बुलाये आगन्तुकों के आवास, आतिथ्य की व्यवस्था न कर सकने की हमारी असमर्थता को समझा जाय और हमें इसके लिए दबाया, विवश न किया जाय।

First 16 18 Last


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