24 कुण्डीय यज्ञ में हुए अनेक सेवाकार्य
देहदान, नेत्रदान, अंगदान के संकल्प भी हुए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश
दिनांक 17 एवं 18 फरवरी की तिथियों में दुर्गा पूजा स्थल, सेक्टर एन, आशियाना, लखनऊ में 30वाँ वार्षिकोत्सव 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ मनाया गया। इसमें केन्द्र व राज्य सरकार, भारतीय रेल, न्यायिक सेवा, शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ताओ व बैंकिंग सेवा से जुड़े महानुभावों सहित 2500 से अधिक श्रद्धालुओं की सहभागिता रही। श्री अरूण श्रीवास्तव जी ने बताया कि मेदान्ता के नि:शुल्क हेल्थ चेकअप कैम्प के साथ देहदान, नेत्रदान, अंगदान के संकल्प जैसे पुनीत कार्य भी सम्पन्न हुए।
संस्कार : 52 श्रद्धालुओं के यज्ञोपवीत, जन्मदिन व विवाह दिवस संस्कार हुए।
पर्यावरण : भारत सरकार के उपक्रम आईसीएआर-सीएसएसआरआई लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा यज्ञ का पर्यावरण व मानव जीवन पर प्रभाव का जीवंत अध्ययन किया गया और उस आधार पर जन साधारण को यज्ञ विज्ञान का महत्त्व बताया गया।
चिकित्सा : 136 परिजनों ने मेदान्ता के निशुल्क हेल्थ चेकअप कैम्प में स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह प्राप्त की।
एक्यूप्रेशर चिकित्सा केंद्र, प्रयागराज के वरिष्ठ डॉ. ए.पी. चन्द्रवंशी के नेतृत्व में आयोजित एक्यूप्रेशर कैम्प में 69 परिजनों ने निशुल्क स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया।
शरीर यज्ञ : के.जी.एम.यू. लखनऊ के एनॉटमी के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ. नवनीत कुमार की उपस्थिति में आयोजित देहदान, अंगदान व नेत्रदान शिविर में 14 महानुभावों ने देहदान व 09 व्यक्तियों ने नेत्रदान का संकल्प लिया।
सक्रिय कार्यकर्त्ता सम्मान : गायत्री परिवार आलमबाग के माध्यम से विभिन्न इंजीनियरिंग, पॉलीटेक्निक, डिग्री व इण्टर कालेजों में व्यक्तित्व परिष्कार व व्यसन मुक्ति कार्यशालाओं के आयोजन में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 150 विद्यार्थियों व प्राचार्यों को सम्मानित किया गया।