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Magazine - Year 1969 - Version 2

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मैं तुम दोनों से श्रेष्ठ हूँ

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First 7 9 Last
शिल्पी और उसकी कला, आपस में ही उलझ पड़े। शिल्पी से कला बाली-मेरे ही कारण तुम्हारा नाम संसार में अमर रहता है। अतः मैं तुम से श्रेष्ठ हूँ।”

शिल्पी का कहना था-मैं तेरा जन्मदाता हूँ। मेरे ही कारण तुझे अमरत्व प्राप्त होता है। अगर मैं न होऊँ, तो तेरी अभिव्यक्ति कौन करे? अतः मैं तुझसे श्रेष्ठ हूँ।”

विवाद बड़ी देर तक चलता रहा कोई हार मानने को तैयार न हुआ। तभी पास पड़ा हुआ पत्थर का टुकड़ा बोल उठा-बावलों! क्यों झगड़ते हो आपस में? मेरे बिना-न तो तुम्हारी भावाभिव्यक्ति भी नहीं हो सकती है शिल्पी! और कला बहन! तुम भी तो आकार मुझ से पाती हो। अतः मैं तुम दोनों से श्रेष्ठ हूँ।”

First 7 9 Last


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Type: TEXT
Language: HINDI
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Type: SCAN
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Shantikunj has emerged over the years as a unique center and fountain-head of a global movement of Yug Nirman Yojna (Movement for the Reconstruction of the Era) for moral-spiritual regeneration in the light of hoary Indian heritage.

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