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Magazine - Year 1985 - Version2

Media: TEXT
Language: HINDI
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पत्थर और फुल (Kahani)

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First 7 9 Last
‘फूल से पत्थर ने कहा- ‘‘जानता नहीं मेरी शक्ति। एक ही आघात में तेरा कचूमर निकाल दूँगा।”

मुस्कराते फूल ने कहा- ‘‘तब तो आप मेरा उपकार ही करेंगे मित्र, मेरी सुगन्ध दूर-दूर तक फैला देने का अहसान ही तो करेंगे मेरे ऊपर।”

First 7 9 Last


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Version 1
Type: SCAN
Language: HINDI
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Version2
Type: TEXT
Language: HINDI
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