• News
  • Blogs
  • Gurukulam
English हिंदी
×

My Notes


  • TOC
    • ईश्वर भक्त की कसौटी
    • समग्र सुख-शान्ति की स्थापना धर्म धारण से ही सम्भव होगी
    • पूर्वाग्रहों पर अड़ कर न बैठें
    • जो ईश्वर से डरेगा, उसे और किसी से नहीं डरना है
    • Quotation
    • अचेतन मन की व्याधियाँ और उनका निराकरण
    • Quotation
    • मनुष्य चाहे तो नर पिशाच भी बन सकता है
    • समुद्र की तरह हमारा अन्तरंग भी महान है
    • Quotation
    • तथ्य का सत्य के प्रति समर्पण
    • Quotation
    • स्नेहशीलता और सहकारिता की सार्वभौम सत्यवृत्ति
    • Quotation
    • नर और नारी के बीच की खाई न्यायोचित नहीं
    • बुरे समय की दुष्प्रवृत्तियाँ
    • संगीत साधना में समर्पित दो महामानव
    • हम अपना गुरुत्वाकर्षण बनाये रखें
    • Quotation
    • सौर परिवार के सदस्यों का पारस्परिक आदान-प्रदान
    • Quotation
    • हंसने और रोने की अभिव्यक्ति दबायें नहीं
    • स्वामी विवेकानंद जी का जवाब (kahani)
    • अपराधी प्रवृत्ति के स्रोतों को बन्द किया जाये
    • विचारों को सृजन की दिशा में नियोजित रखा जाये
    • Quotation
    • कैंसर प्रकृति विरोधी आचरण का दुष्परिणाम
    • Quotation
    • हम अन्तःकरण की वाणी सुनें और उसका अनुकरण करें
    • Quotation
    • दान अहसान नहीं परम पवित्र धर्म कर्त्तव्य है
    • उपार्जन का संग्रह नहीं वितरण किया जाये
    • Quotation
    • अन्धाधुन्ध प्रजनन हर दृष्टि से अदूरदर्शिता पूर्ण
    • Quotation
    • प्रगति के पथ पर मर्यादित कदम ही बढ़ाये जायें
    • साधक को न अकेलापन खलता है, न असफलता अखरती है।
    • लघु कहानी– मौन व्रत
    • अपनों से अपनी बात
    • चोर की आंखें खुल गयी (kahani)
    • “ऐसे नहीं बनो रे”
    • “ऐसे नहीं बनो रे” (Kavita)
  • My Note
  • Books
    • SPIRITUALITY
    • Meditation
    • EMOTIONS
    • AMRITVANI
    • PERSONAL TRANSFORMATION
    • SOCIAL IMPROVEMENT
    • SELF HELP
    • INDIAN CULTURE
    • SCIENCE AND SPIRITUALITY
    • GAYATRI
    • LIFE MANAGEMENT
    • PERSONALITY REFINEMENT
    • UPASANA SADHANA
    • CONSTRUCTING ERA
    • STRESS MANAGEMENT
    • HEALTH AND FITNESS
    • FAMILY RELATIONSHIPS
    • TEEN AND STUDENTS
    • ART OF LIVING
    • INDIAN CULTURE PHILOSOPHY
    • THOUGHT REVOLUTION
    • TRANSFORMING ERA
    • PEACE AND HAPPINESS
    • INNER POTENTIALS
    • STUDENT LIFE
    • SCIENTIFIC SPIRITUALITY
    • HUMAN DIGNITY
    • WILL POWER MIND POWER
    • SCIENCE AND RELIGION
    • WOMEN EMPOWERMENT
  • Akhandjyoti
  • Login
  • TOC
    • ईश्वर भक्त की कसौटी
    • समग्र सुख-शान्ति की स्थापना धर्म धारण से ही सम्भव होगी
    • पूर्वाग्रहों पर अड़ कर न बैठें
    • जो ईश्वर से डरेगा, उसे और किसी से नहीं डरना है
    • Quotation
    • अचेतन मन की व्याधियाँ और उनका निराकरण
    • Quotation
    • मनुष्य चाहे तो नर पिशाच भी बन सकता है
    • समुद्र की तरह हमारा अन्तरंग भी महान है
    • Quotation
    • तथ्य का सत्य के प्रति समर्पण
    • Quotation
    • स्नेहशीलता और सहकारिता की सार्वभौम सत्यवृत्ति
    • Quotation
    • नर और नारी के बीच की खाई न्यायोचित नहीं
    • बुरे समय की दुष्प्रवृत्तियाँ
    • संगीत साधना में समर्पित दो महामानव
    • हम अपना गुरुत्वाकर्षण बनाये रखें
    • Quotation
    • सौर परिवार के सदस्यों का पारस्परिक आदान-प्रदान
    • Quotation
    • हंसने और रोने की अभिव्यक्ति दबायें नहीं
    • स्वामी विवेकानंद जी का जवाब (kahani)
    • अपराधी प्रवृत्ति के स्रोतों को बन्द किया जाये
    • विचारों को सृजन की दिशा में नियोजित रखा जाये
    • Quotation
    • कैंसर प्रकृति विरोधी आचरण का दुष्परिणाम
    • Quotation
    • हम अन्तःकरण की वाणी सुनें और उसका अनुकरण करें
    • Quotation
    • दान अहसान नहीं परम पवित्र धर्म कर्त्तव्य है
    • उपार्जन का संग्रह नहीं वितरण किया जाये
    • Quotation
    • अन्धाधुन्ध प्रजनन हर दृष्टि से अदूरदर्शिता पूर्ण
    • Quotation
    • प्रगति के पथ पर मर्यादित कदम ही बढ़ाये जायें
    • साधक को न अकेलापन खलता है, न असफलता अखरती है।
    • लघु कहानी– मौन व्रत
    • अपनों से अपनी बात
    • चोर की आंखें खुल गयी (kahani)
    • “ऐसे नहीं बनो रे”
    • “ऐसे नहीं बनो रे” (Kavita)
  • My Note
  • Books
    • SPIRITUALITY
    • Meditation
    • EMOTIONS
    • AMRITVANI
    • PERSONAL TRANSFORMATION
    • SOCIAL IMPROVEMENT
    • SELF HELP
    • INDIAN CULTURE
    • SCIENCE AND SPIRITUALITY
    • GAYATRI
    • LIFE MANAGEMENT
    • PERSONALITY REFINEMENT
    • UPASANA SADHANA
    • CONSTRUCTING ERA
    • STRESS MANAGEMENT
    • HEALTH AND FITNESS
    • FAMILY RELATIONSHIPS
    • TEEN AND STUDENTS
    • ART OF LIVING
    • INDIAN CULTURE PHILOSOPHY
    • THOUGHT REVOLUTION
    • TRANSFORMING ERA
    • PEACE AND HAPPINESS
    • INNER POTENTIALS
    • STUDENT LIFE
    • SCIENTIFIC SPIRITUALITY
    • HUMAN DIGNITY
    • WILL POWER MIND POWER
    • SCIENCE AND RELIGION
    • WOMEN EMPOWERMENT
  • Akhandjyoti
  • Login




Magazine - Year 1973 - Version 2

Media: TEXT
Language: HINDI
TEXT SCAN


Quotation

Listen online

View page note

Please go to your device settings and ensure that the Text-to-Speech engine is configured properly. Download the language data for Hindi or any other languages you prefer for the best experience.
×

Add Note


First 4 6 Last
वचनों का बवण्डर भले ही समुद्र जितना विस्तृत क्यों न हो, उससे आत्मा की प्यास नहीं बुझती। इसके लिए कर्म के चुल्लू का प्रयोग करना पड़ेगा, भले ही वह आकार में छोटा हो।

First 4 6 Last


Other Version of this book



Version 2
Type: TEXT
Language: HINDI
...

Version 1
Type: SCAN
Language: HINDI
...


Releted Books


Articles of Books

  • ईश्वर भक्त की कसौटी
  • समग्र सुख-शान्ति की स्थापना धर्म धारण से ही सम्भव होगी
  • पूर्वाग्रहों पर अड़ कर न बैठें
  • जो ईश्वर से डरेगा, उसे और किसी से नहीं डरना है
  • Quotation
  • अचेतन मन की व्याधियाँ और उनका निराकरण
  • Quotation
  • मनुष्य चाहे तो नर पिशाच भी बन सकता है
  • समुद्र की तरह हमारा अन्तरंग भी महान है
  • Quotation
  • तथ्य का सत्य के प्रति समर्पण
  • Quotation
  • स्नेहशीलता और सहकारिता की सार्वभौम सत्यवृत्ति
  • Quotation
  • नर और नारी के बीच की खाई न्यायोचित नहीं
  • बुरे समय की दुष्प्रवृत्तियाँ
  • संगीत साधना में समर्पित दो महामानव
  • हम अपना गुरुत्वाकर्षण बनाये रखें
  • Quotation
  • सौर परिवार के सदस्यों का पारस्परिक आदान-प्रदान
  • Quotation
  • हंसने और रोने की अभिव्यक्ति दबायें नहीं
  • स्वामी विवेकानंद जी का जवाब (kahani)
  • अपराधी प्रवृत्ति के स्रोतों को बन्द किया जाये
  • विचारों को सृजन की दिशा में नियोजित रखा जाये
  • Quotation
  • कैंसर प्रकृति विरोधी आचरण का दुष्परिणाम
  • Quotation
  • हम अन्तःकरण की वाणी सुनें और उसका अनुकरण करें
  • Quotation
  • दान अहसान नहीं परम पवित्र धर्म कर्त्तव्य है
  • उपार्जन का संग्रह नहीं वितरण किया जाये
  • Quotation
  • अन्धाधुन्ध प्रजनन हर दृष्टि से अदूरदर्शिता पूर्ण
  • Quotation
  • प्रगति के पथ पर मर्यादित कदम ही बढ़ाये जायें
  • साधक को न अकेलापन खलता है, न असफलता अखरती है।
  • लघु कहानी– मौन व्रत
  • अपनों से अपनी बात
  • चोर की आंखें खुल गयी (kahani)
  • “ऐसे नहीं बनो रे”
  • “ऐसे नहीं बनो रे” (Kavita)
Your browser does not support the video tag.
About Shantikunj

Shantikunj has emerged over the years as a unique center and fountain-head of a global movement of Yug Nirman Yojna (Movement for the Reconstruction of the Era) for moral-spiritual regeneration in the light of hoary Indian heritage.

Navigation Links
  • Home
  • Literature
  • News and Activities
  • Quotes and Thoughts
  • Videos and more
  • Audio
  • Join Us
  • Contact
Write to us

Click below and write to us your commenct and input.

Go

Copyright © SRI VEDMATA GAYATRI TRUST (TMD). All rights reserved. | Design by IT Cell Shantikunj