
गुरूसत्ता की सूक्ष्म चेतना में विलीन हुए शान्तिकुञ्ज के जीवनदानी कार्यकत्ता
भावभरी श्रद्धाञ्जलि
शान्तिकुञ्ज के जीवनदानी कार्यकर्त्ता 76 वर्षीय श्री सुखदेव शर्मा जी दिनांक 18 जुलाई 2024 को पावन गुरूसत्ता की सूक्ष्म चेतना में विलीन हो गए। वे उत्तर प्रदेश में पीलीभीत जिले के कस्बा कलीनगर के मूल निवासी थे। पिछले कुछ माह से वे अस्वस्थ थे। अपनी धर्मपत्नी श्रीमती विमला शर्मा तथा बरेली निवासी सुपुत्री श्रीमती मृदुल मिश्रा के साथ नोएडा, उत्तर प्रदेश में रह रहे अपने सुपुत्र श्री आदित्य प्रकाश एवं पुत्र वधु श्रीमती प्रियंका शर्मा के यहाँ रहते हुए स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। उन्होंने एम्स, दिल्ली में जीवन की अंतिम श्वांस ली। उनकी अंतिम यात्रा शान्तिकुञ्ज से निकली और गंगातट पर अंतिम संस्कार हुआ। श्री सुखदेव शर्मा जी की परम पूज्य गुरूदेव से पहली मुलाकात उत्तर प्रदेश के वन विभाग में नौकरी लगने के बाद ट्रेनिंग के समय आनन्द नगर, गोरखपुर में हुई थी। तब पूज्य गुरूदेव ने उनके सिर पर तीन बार हाथ फिराया। यह गुरूसत्ता का ऐसा शक्ति अनुदान था कि उसके बाद वे पूरी तरह से मिशन के लिए समर्पित हो गए। स्व. श्री सुखदेव शर्मा जी सन् 1992 में अपनी धर्मपत्नी श्रीमती विमला देवी, शिक्षिका के साथ शान्तिकुञ्ज आ गए थे। तब से वे निरंतर टोलियों में जाते रहे। वर्तमान में वे पश्चिमोत्तर जोन में अपनी सेवाएँ दे रहे थे।