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Magazine - Year 1985 - Version 2

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First 22 24 Last
जो रोटी की चिन्ता करता है नास्तिक। वाणी और बुद्धि न रहने पर भी पशु-पक्षी पेट भरते हैं तो समझदार और परिश्रमी मनुष्य क्यों भूखा मरे।

First 22 24 Last


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Version 2
Type: TEXT
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