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Magazine - Year 1988 - Version 2

Media: TEXT
Language: HINDI
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Kahani

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राजा द्रुपद ने अपनी पुत्री द्रौपदी का स्वयंवर रचाया। दूर-दूर से प्रतापी राजकुमार आये। विजय की शर्त थी कि जो टद्बद्भ /द्मह्नद्गह्द्ध द्गहृब्द्ध स्रद्ध हृद्म;द्म ह्वद्धश्चह्य द्बद्मह्वद्ध द्गह्यड्ड ठ्ठह्य[द्मस्रद्भ टद्बद्भ ह्द्धद्भ श्चब्द्म;ह्य क्द्मस्द्भ द्गहृब्द्ध स्रद्ध क्द्मँ[द्म॥द्मह्यठ्ठ ठ्ठह्य शद्दद्धड्ड द्धशह्लह्यह्द्म द्गद्मह्वद्म ह्लद्म,्न ठ्ठभ्द्मह्य.द्मद्मश्चर्द्म; द्वद्यस्रह्य द्धह्वद्भद्धम्द्मस्र द्धह्व;ह्नु द्दह्न,्न

ष्द्मद्भद्ध&ष्द्मद्भद्ध द्भद्मह्लस्रह्नद्गद्मद्भ क्द्म;ह्य्न ठ्ठभ्द्मह्य.द्मद्मश्चर्द्म; द्दद्भ,स्र स्रद्मह्य द्बख्हृह्ह्य द्धस्र ह्लब् स्रद्ध हृद्म;द्म द्गह्यड्ड क्द्मद्बस्रद्मह्य द्गहृब्द्ध स्रह्य ष्ठ;द्म&ष्ठ;द्म क्ड्डफ् ठ्ठद्ध[द्मह्ह्य द्दस््न द्भद्मह्लस्रह्नद्गद्मद्भ द्बभ्द्म;त्न द्बख्द्भद्ध द्गहृब्द्ध स्रद्म द्धशशद्भ.द्म ष्ह्द्मह्ह्य्न ठ्ठभ्द्मह्य.द्म द्वद्दह्य क्द्मज्द्मर्द्धंशद्मठ्ठ ह्व ठ्ठह्यह्ह्य स्नद्मह्य क्द्यक्तब् द्दद्मह्यस्रद्भ शद्मद्बद्य ब्द्मस्क ह्लद्मह्ह्य्न

ह्लष् क्ह्लर्ह्नंह्व स्रद्ध ष्द्मद्भद्ध क्द्मर्ड्ढं क्द्मस्द्भ द्वह्वद्यह्य द्बख्हृद्म फ्;द्म ह्द्मह्य द्वनद्मद्भ द्धद्गब्द्म्न द्गद्म= द्गहृब्द्ध स्रद्ध ठ्ठद्मद्धद्दह्वद्ध क्द्मँ[द्म्न ड्ढद्य,स्रद्मफ्भ्ह्द्म द्बद्भ ठ्ठभ्द्मह्य.द्मद्मश्चर्द्म; ष्द्दह्नह् द्बभ्रुद्मह्व द्दह्न, क्द्मज्द्मर्द्धंह्रद्मद्मठ्ठ द्धठ्ठ;द्म्न क्ह्लर्ह्नंह्व द्धशह्ल;द्ध द्दद्मह्यस्रद्भ शद्मद्बद्य ब्द्मस्कह्य्न ठ्ठभ्द्मस्द्बठ्ठद्ध ह्वह्य फ्ब्ह्य द्गह्य ड्डद्धशह्ल; द्गद्मब्द्म रुद्मब्द्ध्न

द्यक्तब्ह्द्म स्रद्म द्धश्चश्,स्रद्मफ्भ्ह्द्म द्दस््न ह्द्ग; द्दद्मह्यस्रद्भ ह्लद्मह्य॥द्मद्ध स्रद्मद्ग द्धस्र;द्म ह्लद्मह्द्म द्दस््न शद्द द्बख्द्भद्म द्दद्मह्यद्भ द्भद्दह्द्म द्दस््न

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