
कोपेनहेगन में दीप यज्ञ — वीर शहीदों को श्रद्धांजलि एवं एकता का उत्सव
10 मई | कोपेनहेगन
भारत माता के अमर सपूतों की पावन स्मृति में तथा भारतीय संस्कृति की गौरवमयी विजय पताका को सशक्त बनाने के संकल्प के साथ, 10 मई को कोपेनहेगन में दीप यज्ञ का सफल आयोजन संपन्न हुआ। वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में संवेदनशील माहौल और प्रतिबंधों के बावजूद, बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय भाई-बहन श्रद्धा, अनुशासन एवं समर्पण भाव के साथ एकत्रित हुए और एकता के सूत्र में बंधे।
इस पुण्य अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने अपने यूके-यूरोप प्रवास के शुभारंभ में श्रद्धालु जनों को संबोधित करते हुए पूज्य गुरुदेव के विचारों को साझा किया। उन्होंने कहा कि— “आध्यात्मिक रूप से जागृत समाज ही सशक्त और समरस राष्ट्र की आधारशिला है।” यह आयोजन उसी दिशा में एक विनम्र प्रयास था — यह संदेश देते हुए कि चुनौतियों के मध्य भी एकता और श्रद्धा की ज्योति सदैव प्रज्वलित रह सकती है।
कार्यक्रम की गरिमा को और अधिक बढ़ाते हुए, डेनमार्क में भारत के राजदूत माननीय श्री मनीष प्रभात जी एवं हेड ऑफ चांसरी श्री देवेंद्र अरोरा जी भी इस आयोजन में सम्मिलित हुए और दीप प्रज्वलित कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
यह यज्ञ सामूहिक प्रार्थना का सशक्त माध्यम बना — उन अमर बलिदानियों को नमन करने हेतु, विदेश में बसे भारतीयों के बीच एकता के बंधन को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु, तथा अपनी सनातन सांस्कृतिक विरासत के अमर मूल्यों को पुनः जागृत करने हेतु।