
लातविया में भारत की नवनियुक्त राजदूत श्रीमती नम्रता कुमार जी से भेंट—शांति, संस्कृति एवं मूल्यों पर सार्थक संवाद
यूरोप प्रवास
लातविया
यूरोप प्रवास में अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने लातविया में भारत की नवनियुक्त राजदूत आदरणीय श्रीमती नम्रता कुमार जी से आत्मीय भेंट की।
इस अवसर पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार में स्थापित विश्व के सबसे बड़े एवं एशिया के प्रथम बाल्टिक संस्कृति एवं अध्ययन केंद्र की जानकारी साझा की गई। यह केंद्र भारत एवं बाल्टिक राष्ट्रों के मध्य सांस्कृतिक, बौद्धिक एवं शैक्षिक सेतु के रूप में कार्य कर रहा है, जिसकी विशेषताओं से राजदूत महोदया विशेष रूप से प्रभावित हुईं।
भेंटवार्ता के दौरान पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी की उस युगद्रष्टा विचारधारा पर भी चर्चा हुई, जो वैश्विक शांति, सांस्कृतिक समरसता एवं राष्ट्रीय मूल्यों के पुनर्जागरण पर आधारित है। आदरणीय डॉ. पंड्या जी ने जन्मशताब्दी वर्ष 2026 की पृष्ठभूमि में युग निर्माण आंदोलन की वर्तमान योजनाओं एवं अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की भी जानकारी दी।
यह संवाद न केवल भारत-लातविया के मध्य सांस्कृतिक सहयोग को प्रगाढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास सिद्ध हुआ, अपितु एक मूल्यनिष्ठ, समरस एवं शांति-समर्पित वैश्विक समाज की दिशा में एक आशाजनक पहल भी रहा।