
ज्योति कलश यात्रा एवं श्रद्धा-संवर्धन कार्यकर्ता गोष्ठी के अंतर्गत “अपनों से अपनी बात”
दुबई प्रवास के तृतीय चरण में, देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने दुबई के सक्रिय गायत्री परिवार कार्यकर्ताओं के साथ गहन संवाद किया। परम पूज्य गुरुदेव के मार्मिक संस्मरणों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि-*परम पूज्य गुरुदेव का कथन है मनुष्य जीवन तो सरल है पर मनुष्यता उसे बहुत कठिनाई से प्राप्त होती है। स्वयं के जीवन का मूल्यांकन कर व्यक्ति को परहित के लिए श्रेष्ठ कार्य करने की आवश्यकता है। अपने लिए तो सभी जीते हैं, मनुष्य वह है जो दूसरों के उत्थान हेतु तत्पर हो। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने वर्ष 2022 में दिए गए दायित्वों की प्रगति प्रस्तुत की, जिसे सुनकर डॉ. पंड्या जी ने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने विधिवत ज्योति कलश पूजन किया और आगामी ज्योति कलश यात्रा की योजना पर विस्तृत चर्चा की।
इस स्नेहपूर्ण आयोजन में, डॉ. पंड्या जी ने जन्मशताब्दी वर्ष 2026 के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक पुरुषार्थ की प्रेरणा देते हुए, सभी से समर्पण और क्षमता के सर्वोत्तम उपयोग का आह्वान किया। उन्होंने “नवयुग के संविधान” की महत्ता से सभी को अवगत कराते हुए, युग निर्माण सत्संकल्प को जन-जन तक पहुँचाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया।
यह ज्योति कलश यात्रा दुबई के विभिन्न स्थानों तक पहुंचेगी और जनमानस दुबई में प्रारंभिक अनुष्ठानों के बाद यह यात्रा भविष्य में दुबई के हर कोने तक उज्जवल भविष्य की ज्योति जलाते हुए यह प्रेरणादायक यात्रा जनमानस में नयी ऊर्जा, उत्साह और गहरा विश्वास भरते हुए उज्जवल भविष्य की आशा जगाएगी और सबके हृदयों में उम्मीद की ज्योति प्रज्ज्वलित करेगी।