शांतिकुंज में दो दिवसीय युवा जागरण शिविर सम्पन्न चरित्र निर्माण ही सच्ची सफलता का आधार : डॉ. चिन्मय पण्ड्या
हरिद्वार, 12 अक्टूबर।
गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में दो दिवसीय युवा जागरण शिविर का आयोजन आध्यात्मिक वातावरण में उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुआ। देश के विभिन्न भागों से आए सैकड़ों युवाओं ने इस शिविर में भाग लिया, जिनमें UPSC की तैयारी कर रहे विद्यार्थी, प्रतिष्ठित कंपनियों के अधिकारी, एवं सरकारी सेवाओं में कार्यरत वरिष्ठ युवा प्रमुख रूप से सम्मिलित रहे।
शिविर के प्रमुख सत्र में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि "सिर्फ करियर नहीं, चरित्र निर्माण ही सच्ची सफलता की नींव है।" उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे आत्मिक व नैतिक जागरण को जीवन में उतारें और अपने व्यक्तित्व को लोकमंगल के कार्यों में लगाएँ।
पूर्व सत्र में केन्द्रीय युवा प्रकोष्ठ के समन्वयक श्री के.पी. दुबे ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि "हर व्यक्ति के भीतर देवत्व का बीज विद्यमान है। जब यह बीज जाग्रत होता है, तो समाज में स्वर्गीय परिस्थितियाँ निर्मित होती हैं।" उन्होंने युवाओं को श्रेष्ठता की दिशा में बढ़ने और युग निर्माण मिशन से जुड़कर समाज को नव दिशा देने का आह्वान किया।
शिविर में योग, ध्यान, व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व प्रशिक्षण एवं राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया गया। प्रतिभागियों को प्राचीन ऋषि परंपरा एवं आधुनिक नेतृत्व के समन्वय का भाव practically अनुभव कराया गया।
इस अवसर पर श्री मनीष कुमार, श्री विनय पाण्डेय, श्री संदीप पाण्डेय, श्री दिनेश शर्मा, श्री ओंकार शर्मा, श्री गौरव वत्सल, श्री लोकेश गर्ग, श्री संदीप रजौरिया, श्री अखिलेश पाण्डेय, श्री राजाराम सहित कई प्रेरणादायी युवाओं की उपस्थिति रही।
