“घर-घर अलख जगाएँगे, हम बदलेंगे जमाने के भाव” — डॉ. चिन्मय पंड्या जी का प्रेरणास्पद घर-घर अभियान
श्री विजयपुरम, अंडमान।
तीन-दिवसीय प्रवास के पहले दिन, देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने एक विशेष सामाजिक-आध्यात्मिक पहल के अंतर्गत शहर के समर्पित परिवारों के घरों का दौरा किया।
इस कार्यक्रम में उन्होंने विधिवत् परम्परानुसार प्रत्येक घर में पहुँचना सुनिश्चित किया, जहाँ उन्होंने • परम पूज्य गुरुदेव का साहित्य तथा देव स्थापना चित्र प्रस्तुत कर माँ गायत्री से उन परिवारों के मंगल की शुभकामना दी।
इसके पश्चात् उन्होंने प्रथम गायत्री चेतना केंद्र, हैडो (श्री विजयपुरम) में पहुंचकर माँ गायत्री, परम पूज्य गुरुदेव तथा परम वंदनीय माताजी को पुष्पांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. पंड्या जी ने कहा:
“हमारे द्वार-द्वार पर जब अलख (प्रकाश) जगती है, तब समाज-भाव बदलने लगते हैं। यही युग ऋषि की राह है — मानवता की उत्कृष्टता का संकल्प।”
इस प्रकार, प्रथम दिन का अभियान घर-घर जागरण तथा चेतना बढ़ाने का रहा, जिसने उपस्थित नागरिकों एवं परिवारों में सामाजिक और आध्यात्मिक उत्साह को जगाया।
