यू.के. की दिव्य ज्योति कलश यात्रा का शुभारंभ — नवचेतना और आत्मिक आलोक का प्रकाश

अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी के मार्गदर्शन में यू.के. में दिव्य ज्योति कलश यात्रा का शुभारंभ लेस्टर से हुआ। इस अवसर पर भावपूर्ण वातावरण में परिजनों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
साधना, आत्मशुद्धि और युग परिवर्तन के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से इस यात्रा की योजना बनाई गई है, जो यू.के. के विभिन्न नगरों में आत्मिक चेतना को प्रज्वलित करेगी। परम पूज्य गुरुदेव द्वारा प्रदत्त युग निर्माण अभियान के सूत्रों को लेकर यह यात्रा प्रवासी भारतीयों में भारतीय संस्कृति, साधना और नैतिक मूल्यों के प्रति नई ऊर्जा जाग्रत कर रही है।
आरंभिक आयोजन में उपस्थित परिजनों को संबोधित करते हुए आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने ज्योति कलश को केवल एक प्रतीक न मानकर, उसे आत्मिक प्रकाश, आशा और युग चेतना का प्रतिनिधि बताया। उन्होंने सभी परिजनों से जन्मशताब्दी वर्ष 2026 के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए इस यात्रा को साधनात्मक तप और सेवा का माध्यम बनाने का आह्वान किया।
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