शांतिकुंज से उप्र के 32 जनपदों हेतु ज्योति कलश रथ रवाना

जन जागरण के लिए उप्र की धरती पर पहुँचेगा अखंड दीप का संदेश
हरिद्वार 6 जून।
परम वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा की जन्मशताब्दी वर्ष 2026 के उपलक्ष्य में अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा निकाली जा रही ज्योति कलश रथ यात्रा की श्रृंखला में आज शांतिकुंज से उत्तर प्रदेश के ३२ जनपदों हेतु दो रथों को रवाना किया गया। यह यात्रा देशभर में आध्यात्मिक चेतना, संस्कृति संवर्धन एवं युग निर्माण का संदेश लेकर घर-घर पहुँचेगी।
इन रथों को देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी तथा शांतिकुंज के व्यवस्थापक श्री योगेन्द्र गिरि जी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम का आयोजन श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी एवं श्रद्धेया शैलदीदी के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने कहा कि यह रथयात्रा श्रद्धालुओं में आत्मिक जागृति, सामाजिक सद्भाव एवं राष्ट्र निर्माण के संकल्प को सुदृढ़ करेगी। वंदनीया माताजी के जीवनदर्शन और अखंड दीपक की प्रेरणा को जन-जन तक पहुँचाना इस अभियान का उद्देश्य है।
इन रथों में से एक आंवलखेड़ा (आगरा) जोन के 16 जिलों में भ्रमण करेगा, जबकि दूसरा मुरादाबाद-बिजनौर जोन के 16 जनपदों में व्यापक जनजागरण करेगा। ये रथ गाँव-गाँव, नगर-नगर जाकर परम वंदनीया माताजी के जीवन-संदेश, सिद्ध अखंड दीप की आभा तथा पवित्रता, सद्भावना व दिव्यता की प्रेरणा लेकर जनमानस से सीधे संवाद करेंगे।
इससे पूर्व भारत के गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, दक्षिण भारत, बिहार, झारखंड आदि सहित कनाडा सहित अनेक देशों में यह अभियान अत्यंत प्रभावशाली ढंग से चलाया जा रहा है। ज्योति कलश रथ यात्रा माताजी की जन्मशताब्दी और अखंड दीपक की स्थापना की शताब्दी वर्ष को लक्ष्य बनाकर देश विदेश में नवचेतना का संचार कर रही है।
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