दुबई में दिव्य संगम प्रेरणा, विचार और नए संकल्पों से भरी एक यादगार शाम!

आज आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी की प्रेरणादायी उपस्थिति में दुबई के इंडिया क्लब में एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन हुआ।
उन्होंने ”जीवन – आशीर्वाद या अभिशाप?” विषय पर एक सार्थक एवं प्रभावशाली प्रस्तुति दी, जिसने सभी श्रोताओं को गहराई से सोचने पर विवश कर दिया।
इस अवसर पर इस दौरान प्रबुद्ध इंडियन पीपल फार्म (IPF) राजस्थान काउंसिल (PF), IPF युवा, IPF काउंसिल एंड चेप्टर, फ्रेंड ऑफ इंडिया (FOI), राजस्थान बिजनेस एंड प्रोफेशनल ग्रुप (RBRG), एक्टिविटी अकाउंट्स ऑफ़ इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन, विश्वकर्मा बिजनेस एंड प्रोफेशनल ग्रुप (RBPG), धी इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंट ऑफ़ इंडिया (ICAI), जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (JITO), विश्वकर्मा बिजनेस एंड प्रोफेशनल ग्रुप (VBPG), एवम टैक्सेशन सोसायटी सोशल एवं कल्चरल, और पत्रकारिता जैसे क्षेत्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।और अन्य व्यावसायिक, सांस्कृतिक व मीडिया क्षेत्र से जुड़े गणमान्य प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
डॉ. पंड्या जी ने गायत्री परिवार की वैश्विक गतिविधियाँ और शताब्दी वर्ष 2026 के दिव्य संदेश को साझा किया, जिससे सभी अतिथि विशेष रूप से प्रेरित हुए।
इस आयोजन ने दुबई में बसे भारतीय समुदाय को नई चेतना, सकारात्मक सोच और आत्मविकास की दिशा में एक नई ऊर्जा प्रदान की।
Recent Post

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 63): प्रवास का दूसरा चरण एवं कार्यक्षेत्र का निर्धारण
जो...
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 62) प्रवास का दूसरा चरण एवं कार्यक्षेत्र का निर्धारण
&l...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 61)— प्रवास का दूसरा चरण एवं कार्यक्षेत्र का निर्धारण
चर...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 60)— प्रवास का दूसरा चरण एवं कार्यक्षेत्र का निर्धारण
गु...
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 59)— प्रवास का दूसरा चरण एवं कार्यक्षेत्र का निर्धारण
गु...
_(1).jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 58)— प्रवास का दूसरा चरण एवं कार्यक्षेत्र का निर्धारण
उत...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 57)— प्रवास का दूसरा चरण एवं कार्यक्षेत्र का निर्धारण
सत...
.jpeg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 56)— प्रवास का दूसरा चरण एवं कार्यक्षेत्र का निर्धारण
पि...
.jpg)
हमारी वसीयत और विरासत (भाग 55)— प्रवास का दूसरा चरण एवं कार्यक्षेत्र का निर्धारण
प्...
.jpg)