ब्रह्मभोज (आधे मूल्य) में बिका डेढ़ करोड़ रूपये का युगसाहित्य

विचार क्रान्ति में मिली अभूतपूर्व सफलता
परम पूज्य गुरूदेव का कथन है, ‘‘मेरे विचार जन-जन तक पहुँचा दो। ये जहाँ जाएँगे, वहाँ क्रान्ति कर देंगे।’’ गायत्री परिवार के किसी भी कार्यक्रम की सफलता का आकलन करना हो तो वह युग साहित्य में लोगों की रूचि और विचार क्रान्ति में मिली सफलता के आधार पर ही किया जा सकता है। मुम्बई अश्वमेध महायज्ञ इस दृष्टि से बहुत सफल रहा। पाँच दिवसीय कार्यक्रम में डेढ़ करोड़ रूपये का साहित्य बिका। ज्ञानयज्ञ के लिए समर्पित महामनाओं के सौजन्य से सारा साहित्य ब्रह्मभोज (आधे मूल्य पर) उपलब्ध कराया गया था।
अनेक भारतीय एवं विदेशी भाषाओं में 200×७200 वर्ग फीट क्षेत्र में लगाए गए विराट युग साहित्य पुस्तक मेले में परम पूज्य गुरूदेव द्वारा लिखा गया साहित्य विपुल मात्रा में उपलब्ध था। हिंदी, अग्रेजी, गुजराती, मराठी सहित 12 भारतीय भाषाओं के अतिरिक्त रशियन, पुर्तगाली, फ्रेंच, स्पैनिश, चाईनीज में विषय के अनुसार सुसज्जित पुस्तकों को बिक्री हेतु रखा गया था। अब तक प्रकाशित सभी पुस्तकें पर्याप्त संख्या में उपलब्ध थीं। 40 लाख रूपये का अंग्रेजी साहित्य बिका।
अंग्रेजी में एक भी पुस्तक शेष नहीं बची। यह अंग्रेजी भाषा में अब तक की सबसे बड़ी साहित्य प्रदर्शनी और बिक्री थी।
पत्रिका सदस्यता भी आधी कीमत में अखंड ज्योति, युग निर्माण योजना तथा प्रज्ञा अभियान (पाक्षिक) के वार्षिक सदस्य भी वार्षिक चंदे की आधी कीमत में बनाए गए।
विशेष व्यवस्थाएँ
* स्वयंसेवकों के समूह पुस्तकों के चयन में दर्शकों का मार्गदर्शन करते रहे।
* विषयवार 30 आकर्षक साहित्य सेट आकर्षक रंगीन पैकेट में उपलब्ध कराए गए।
* पुस्तकों की विषय वस्तु संबंधी आठ पेज का एक फोल्डर बँटवाया गया।
विशिष्ट प्रचार, शानदार प्रभाव
* पूरे अश्वमेध महायज्ञ परिसर में लगभग 100 भाई-बहिन गले में ज्ञान पट्ट डालकर घूम-घूम कर लोगों को युग साहित्य और
पुस्तक मेले की जानकारी देते रहे।
* जगह-जगह पर रीडींग रूम बनाए गये थे,जिनमें जिज्ञासा व प्रश्नोत्तरी की सुविधा थी।
* एलईडी स्क्रीन पर विशेष पुस्तकों को दिखाया जाता रहा।
विशिष्ट सहयोगी
शान्तिकुञ्ज की टीम के साथ श्री राजू भाई पटेल गांधीनगर की टीम, ओढव के श्री मीठा भाई की टीम,औरंगाबाद के श्री राजेश टांक की टीम तथा मुंबई, श्री आलोक श्रीवास्तव जी
दिल्ली एन.सी.आर. की टीम तथा सभी प्रांतों से साहित्य प्रचारकों की टीम का सराहनीय सहयोग रहा
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