
गायत्री जयंती एवं गंगा दशहरा पर उत्तर प्रदेश हेतु ज्योति कलश रथयात्रा को शुभ विदाई
गायत्री जयंती तथा गंगा दशहरा के पुण्यपर्व पर शांतिकुंज, हरिद्वार से उत्तर प्रदेश हेतु दो ज्योति कलश रथयात्राओं को विधिवत विदाई दी गई। यह रथयात्राएँ जन-जन में आध्यात्मिक जागरण, संस्कृति-संवर्धन, युग निर्माण के संदेश के साथ 2026 में अखंड दीपक की शताब्दी एवं परम वंदनीया माताजी की जन्म शताब्दी के लिए संकल्प दिलाकर प्राणपण से कार्य करने के लिए श्रद्धावानों का आवाहन भी करेगी।
प्रथम रथ आंवलखेड़ा जोन’ में 16 जनपदों में व्यापक जनजागरण यात्रा करेगा, जबकि द्वितीय रथ ‘मुरादाबाद-बिजनौर जोन’ में 16 जनपदों का प्रवास करेगा।
इस अवसर पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी, शांतिकुंज के व्यवस्थापक आदरणीय श्री योगेंद्र गिरि जी, डॉ. ओ. पी. शर्मा जी के साथ शांतिकुंज के कार्यकर्ता भाई बहनों की गरिमामयी उपस्थिति में रथों का पूजन एवं मंगल प्रस्थान सम्पन्न हुआ।
यह रथयात्रा केवल वाहन नहीं, अपितु एक युग-संदेश है—जिसका उद्देश्य है जनमानस को पवित्रता, सद्भावना एवं दिव्यता की ओर प्रेरित करना।