सुप्रसिद्ध संत स्वामी रामतीर्थ जी की 150वीं जयन्ती पर विशेष समारोह

स्वामी रामतीर्थ जी ने सारे विश्व में मानवीय चेतना के उत्थान के लिए अतुलनीय कार्य किया है। - आद. डॉ. चिन्मय जी, प्रतिकुलपति देसंविवि
टिहरी। उत्तराखण्ड
भारतीय अध्यात्म विद्या का देश-विदेश में व्यापक विस्तार करने वाले सुप्रसिद्ध संत स्वामी रामतीर्थ जी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में टिहरी में एक विशेष समारोह आयोजित हुआ। 21 अक्टूबर 2023 को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय एवं स्वामी रामतीर्थ फाउंडेशन के तत्त्वावधान में आयोजित इस समारोह के मुख्य वक्ता देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी थे। सारे विश्व में भारतीय अध्यात्म का यशगान कर मानवता का पथ प्रदर्शन करने वाले स्वामी रामतीर्थ को उन्होंने ज्ञानयोग का सच्चा उपासक बताया।
समारोह में उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल ले.ज.(से.नि.) गुरूमीत सिंह जी, माननीय उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड श्री धन सिंह रावत जी, श्री किशोर उपाध्याय-विधायक टिहरी, श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एन.के. जोशी, कुलसचिव श्री के. आर. भट्ट, आचार्य शिवेंद्र नागर-निदेशक गीता एकेडमी, सी.ए. राजेश्वरी पैन्यूली एवं स्वामी रामतीर्थ फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री विनोद चमोली उपस्थित रहे।
आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने कहा कि स्वामी रामतीर्थ ने पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति को पहुँचाकर मानवीय चेतना के उत्थान के लिए अतुलनीय कार्य किया है। उनका जीवन हम सबके लिए अनुकरणीय है। पूज्य स्वामी जी की पावन स्मृति में होने वाले इस प्रकार के आयोजन हमें भारतीय संस्कृति को विश्व संस्कृति बनाने के लिए प्रेरित करते हैं।
युगऋषि परम पूज्य गुरूदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के शिष्य डॉ. चिन्मय जी के विचारों ने सभी को बहुत प्रभावित किया। आरंभ में स्वामी रामतीर्थ फाउण्डेशन के अध्यक्ष श्री विनोद चमोली ने शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि का स्वागत किया। डॉ. चिन्मय जी ने मंचासीन गणमान्यों को युगऋषि की विचार संजीवनी भेंट की।
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