एडीलेड में सांस्कृतिक चेतना का शानदार विस्तार

एडीलेड। ऑस्ट्रेलिया
लगभग ढाई-तीन महीने के ऑस्ट्रेलिया प्रवास पर पहुँचे शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि श्री दिनेश पटेल, श्री बसंत यादव और श्री गणेश पंवार की टोली ने एडीलेड में रह रहे अनेक भारतीय परिवारों में गहरी छाप छोड़ी। टोली 28 सितम्बर से 5 अक्टूबर तक एडीलेड में सक्रिय रही। दो प्रमुख कार्यक्रम हुए, पहला सामूहिक श्राद्ध-तर्पण और दूसरा सामूहिक दीपयज्ञ। दोनों कार्यक्रम दिनांक 1 अक्टूबर 2023 के दिन इटालियन कम्युनिटी हॉल, पैरालोवि में आयोजित थे। पितृपक्ष के उपलक्ष्य में सामूहिक श्राद्ध-तर्पण का कार्यक्रम रखा गया था। इसमें लगभग 30 परिवारों ने भाग लिया।
विश्व हिन्दू परिषद की एडीलेड शाखा के श्री राजेन्द्र पाण्डे ने इस कार्यक्रम से प्रभावित होकर कहा कि हमारी हिन्दू संस्कृति में यज्ञ, पूजापाठ और संस्कारों की जो परम्परा है, वर्तमान में उसे जन-जन तक पहुँचाने का कार्य केवल गायत्री परिवार ही कर सकता है।
उन्होंने पूरे विधि-विधान के साथ पितरों का तर्पण करने का जो अवसर श्रद्धालुओं को मिला, उसके लिए गायत्री परिवार का आभार व्यक्त किया। सायंकाल दीपयज्ञ में 200 से अधिक परिजनों की भागीदारी रही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामीनारायण संस्था के ट्रस्टी श्री हिमांशु जानी थे। शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधियों ने परम पूज्य गुरूदेव और उनकी युग निर्माण योजना का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग की व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय हर प्रकार की समस्या का समाधान ‘गायत्री और यज्ञ’ को अपनी जीवन शैली में अपनाना है। उन्होंने कहा कि सद्बुद्धि एवं सद्भाव के जागरण से ही मानवता का कल्याण हो सकता है। हमें अपनी संस्कृति के अग्रदूत बनकर युगशक्ति गायत्री को जन-जन तक पहुँचाना होगा।
28 सितम्बर को शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधियों के एडीलेड पहुँचने पर आयोजन समिति के प्रमुख सदस्यों ने भावभरा स्वागत किया। समिति ने बड़ी निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारियाँ निभाते हुए अधिक से अधिक परिवारों को युगचेतना के दिव्य प्रवाह से लाभान्वित करने के प्रयास किए। प्रतिदिन पाँच या अधिक घरों में यज्ञ, संस्कार एवं अन्य प्रकार के पूजापाठ के कार्यक्रम आयोजित हुए। अग्रिम तैयारियों को कराने के लिए अलग टोली बनाई गई, ताकि अधिक लोगों तक युग संदेश पहुँच सके। 05 अक्टूबर को टोली को एडीलेड हवाई अड्डे से मेलबर्न के लिए भावभरी विदाई दी गई।
विदेश समाचार एक सप्ताह में 30 से अधिक घरों में कार्यक्रम हुए
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