युग निर्माण हेतु आध्यात्मिक जागरण: आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी का झारखंड प्रवास

चाकुलिया, पूर्व सिंहभूम, झारखंड, 09 मार्च, 2025
देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी के नेतृत्व में गायत्री परिवार द्वारा समाज में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जागरण की प्रेरणा हेतु किए जा रहे प्रयासों के क्रम में, उनका पाँच दिवसीय प्रवास के अन्तर्गत गायत्री शक्तिपीठ, चाकुलिया में आगमन हुआ। इस अवसर पर माँ गायत्री की प्राण प्रतिष्ठा के साथ, शक्तिपीठ स्थित शिव मंदिर में डॉ. पंड्या जी ने श्रद्धा भाव से जलाभिषेक कर साधकों को युगधर्म पालन की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर Gayatri Pariwar Youth Group (GPYG), कोलकाता के सदस्यों ने आदरणीय डॉ. पंड्या जी के करकमलों द्वारा शक्तिपीठ में 749वां रविवारीय पौधा रोपण कार्यक्रम किया। डॉ. पंड्या जी ने इस अवसर पर वृक्षारोपण को युग निर्माण अभियान का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि प्रकृति के प्रति हमारी सेवा भावी पीढ़ियों के लिए संरक्षित भविष्य का संदेश है।
इसके पश्चात, डॉ. पंड्या जी ने रांची की ओर प्रस्थान किया, जहाँ मार्ग में ग्राम बेको, गौरा टार, टीकर, ग्राम गुंजा डीह जैसे अनेक स्थानों पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने उनका भावभीना स्वागत किया।
ग्राम बेको और गौरा टार में आयोजित कार्यक्रमों में डॉ. पंड्या जी ने वृक्षारोपण और मंदिर निर्माण हेतु ईंट पूजन किया। वहाँ उपस्थित ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने युगधर्म और नवनिर्माण की दिशा में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। गौशाला में उन्होंने गाय माता को रोटी प्रसाद अर्पित किया, जो ग्रामीण संस्कृति और परंपरा के साथ उनके गहन जुड़ाव को दर्शाता है।
गौरा टार में छोटे छोटे बच्चों द्वारा हस्तनिर्मित गुलदस्ते और पहाड़ी फूलों से सजी भेंटें आदरणीय डॉ. पंड्या जी को समर्पित की गईं।
इसके पश्चात, डॉ. पंड्या जी गायत्री शक्तिपीठ, बुंडू पहुँचे, जहाँ लगभग 100 की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने सड़कों के किनारे खड़े होकर उनका स्वागत किया। प्रस्तुत है झलकियां।
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