छत्तीसगढ़ आगमन पर आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी का भव्य स्वागत, 108 कुण्डीय दीप महायज्ञ में होंगे सहभागी
चार दिवसीय प्रवास के क्रम में अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि, परम वंदनीया माताजी की जन्म शताब्दी तथा अखंड दीपक शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के दलनायक एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी छत्तीसगढ़ पहुंचे, जो अपनी सांस्कृतिक विविधता, प्राकृतिक सुंदरता एवं समृद्ध आदिवासी संस्कृति के अद्भुत संगम के रूप में जाना जाता है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के विवेकानंद एयरपोर्ट पर परिजनों द्वारा उनका भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
आत्मीयता से परिपूर्ण इस मंगल आगमन के उपरांत वे अपने अगले कार्यक्रम — 108 कुण्डीय दीप महायज्ञ — में सहभागिता हेतु बालोद के लिए प्रस्थान किए।
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