शक्ति संवर्धन 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी का दिव्य मार्गदर्शन
रायपुर आगमन के उपरांत आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने बालोद में आयोजित दीप महायज्ञ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपनी गौरवपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई। जहां पर उनका भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम स्थल पर निर्मित सजल – श्रद्धा, प्रखर– प्रज्ञा पर पुष्पांजलि अर्पित कर वो मंच पर पहुंचे।
अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में उन्होंने कहा—
“दीपयज्ञ केवल अनुष्ठान नहीं, एक भाव है—अंधकार से प्रकाश की ओर उतरने की साधना। परम वंदनिया माताजी के जन्मशताब्दी वर्ष और अखंड दीपक के 100 वर्ष के इस पावन काल में हम सबका कर्तव्य है कि अपने अंतःकरण का दीप प्रज्वलित करें और स्वयं भी प्रकाशित हों तथा समाज को भी प्रकाश दें।”
कार्यक्रम के समापन अवसर पर आयोजक मंडल द्वारा आदरणीय डॉ. साहब को स्मृति-चिन्ह प्रदान कर ससम्मान विदाई दी गई।
इसके उपरांत उन्होंने गायत्री शक्तिपीठ, बालोदा में आरती-दर्शन कर आगामी कार्यक्रमों हेतु प्रस्थान किया।
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